संत प्रेमानंद महाराज ने बताए हमेशा जवां दिखने के 5 मंत्र, हट जाएंगी झुर्रियां, चेहरे पर आएगी कसावट और कुदरती चमक

Budhe Chehre Se Kaise Chutkara Paye: प्राचीन भारतीय संस्कृति में शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य का गहरा संबंध बताया गया है. इसी कड़ी में प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज ने बताया है कि कैसे हम हमेशा जवां बने रह सकते हैं. उनके अनुसार शरीर और मन दोनों का संतुलन बनाए रखना ही जीवन में दीर्घायु और जवांपन का राज है.

Advertisement
Read Time: 5 mins

Anti Aging Home Remedies: हर कोई हमेशा बढ़ती उम्र के साथ ही जवां रहना चाहता है, लेकिन आजकल की लाइफस्टाइल में ये हो पाना थोड़ा मुश्किल सा हो गया है. लोग अनहेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट फॉलो कर रहे हैं. आपने एक बात सुनी होगी कि, जैसा हम खाते हैं वैसे ही हमारी स्किन पर भी दिखाई देता है. यानि हमारे खानपान का असर हमारी स्किन पर भी पड़ता है और सिर्फ इतना ही नहीं हमारे द्वारा की जाने वाली हर एक चीज हमारी स्किन को इफेक्ट करती है. प्राचीन भारतीय संस्कृति में शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य का गहरा संबंध बताया गया है. इसी कड़ी में प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज ने बताया है कि कैसे हम हमेशा जवां बने रह सकते हैं. उनके अनुसार शरीर और मन दोनों का संतुलन बनाए रखना ही जीवन में दीर्घायु और जवांपन का राज है.

हमेशा जवां दिखने के लिए प्रेमानंद महाराज के कारगर टिप्स | Effective Tips From Premanand Maharaj To Look Young Forever

1. योग और प्राणायाम

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, योग और प्राणायाम हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं. योग से शरीर की नसें, मांसपेशियां और अंग सुचारू रूप से काम करते हैं. वहीं, प्राणायाम के अभ्यास से फेफड़े और हार्ट हेल्दी रहते हैं, जिससे शारीरिक ऊर्जा और मानसिक शांति बनी रहती है. वे कहते हैं कि अगर आप नियमित रूप से योग और प्राणायाम करते हैं, तो आपके शरीर में नई एनर्जी का संचार होता है, जो आपको लंबे समय तक जवान बनाए रखता है.

यह भी पढ़ें: 30 दिन का वेट लॉस चैलेंज: नाश्ता, लंच और डिनर में शामिल करें ये चीजें, तीसरे दिन वेट लॉस के लिए इस वर्कआउट को न करें मिस

Advertisement

2. डाइट का महत्व

फिजिकल हेल्थ का आधार सही डाइट होता है. प्रेमानंद महाराज ने बताया कि आयुर्वेद के सिद्धांतों के अनुसार भोजन करना चाहिए. ताजे फल, सब्जियां और सादा भोजन शरीर को पोषण देता है. वे कहते हैं कि आपको ऐसी डाइट पर ध्यान देना चाहिए जो शरीर को शुद्ध रखे और ज्यादा तली-भुनी या केमिकल वाली चीजों से बचना चाहिए. सादा, सात्विक और पौष्टिक डाइट हमारी त्वचा को चमकदार और मन को शांत रखता है.

Advertisement

3. मानसिक शांति का अभ्यास

महाराज जी का मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य का सीधा असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. अगर मन अशांत हो, तो इसका प्रभाव त्वचा और शरीर पर दिखने लगता है. उन्होंने ध्यान और आत्म-चिंतन को मानसिक शांति के लिए जरूरी बताया है. नियमित ध्यान करने से तनाव कम होता है और शरीर की कोशिकाएं ठीक से काम करती हैं, जिससे जवां दिखना स्वाभाविक हो जाता है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: क्या हरा बलगम आने पर एंटीबायोटिक ले सकते हैं? माधुरी दीक्षित के पति ने शेयर किया वीडियो, लोग बोले शुक्रिया...

Advertisement

4. सकारात्मक दृष्टिकोण

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखना भी हमेशा जवां बने रहने का एक अहम सूत्र है. जब हम हर परिस्थिति को धैर्य और शांति से संभालते हैं, तो जीवन में आने वाली चुनौतियां भी आसान हो जाती हैं. सकारात्मक दृष्टिकोण से हमारे शरीर और मन पर तनाव कम पड़ता है, जो हमें भीतर से हेल्दी और एनर्जी बनाता है.

5. हेल्दी लाइफस्टाइल

महाराज जी ने हमेशा प्राकृतिक लाइफस्टाइल अपनाने पर जोर दिया है. उनका मानना है कि प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर चलने से ही हम शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं. ताजगी भरे वातावरण में समय बिताना, सूर्य की रोशनी लेना और प्राकृतिक साधनों से शरीर का पोषण करना, शरीर को लंबे समय तक जवां बनाए रखने में मदद करता है.

संत प्रेमानंद महाराज का कहना है कि हेल्दी रूटीन फॉलो करना जरूरी है. सोने और उठने का समय निश्चित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि रात में देर तक जागने और अनहेल्दी रूटीन से शरीर कमजोर होता है और समय से पहले उम्र दिखने लगती है.

यह भी पढ़ें: विटामिन बी12 की कमी होने पर दिखते हैं ये डरावने लक्षण, हैरत में डाल सकते हैं ये शारीरिक बदलाव

प्रेमानंद महाराज के अनुसार हमेशा जवां बने रहने का राज शरीर, मन और आत्मा का संतुलन बनाए रखने में है. योग, प्राणायाम, सात्विक आहार, मानसिक शांति, सकारात्मक दृष्टिकोण और अनुशासित लाइफस्टाइल फॉलो करके हम लंबे समय तक हेल्दी और जवां रह सकते हैं. महाराज जी का संदेश है कि अगर हम अपने रूटीन में थोड़े से बदलाव लाकर इन आदर्शों का पालन करें, तो जीवन में न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी हम जवां रह सकते हैं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
तिरुपति के लड्डू में मिलावट के बाद बद्रीनाथ-केदारनाथ क्यों अलर्ट?