विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एमपॉक्स को लेकर फिक्र जताते हुए हाल ही में इसे लेकर वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की. दक्षिण कोरिया भी इसे लेकर सर्तक हो गया है. योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, कोरिया रोग नियंत्रण एवं रोकथाम एजेंसी (केडीसीए) ने चिकित्सा और शैक्षणिक विशेषज्ञों के साथ बैठक की. बैठक में एमपॉक्स के रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए जाने पर विचार किया. बतादें कि बुधवार को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कांगो और अफ्रीका के दूसरे हिस्सों में एमपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (PHEIC) घोषित किया था. यह दूसरी बार है जब संगठन के द्वारा 15 महीने के भीतर एमपॉक्स को लेकर चेतावनी जारी की गई. एमपॉक्स को लेकर पिछली चेतावनी साल 2023 में की गई थी.
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एमपॉक्स से रोकथाम के लिए केडीसीए ने शुक्रवार को फैसला लिया है कि प्रमुख देशों से आने वाली सीधी उड़ानों से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए गेट पर क्वारंटीन की व्यवस्था की जाएगी. डॉक्टर मौके पर तैनात रहेंगे. अधिकारियों ने निर्णय लिया है कि देश में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. जिसमें एमपॉक्स के शुरुआती लक्षणों को पहचानने के बाद तुरंत चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के बारे में जानकारी दी जाएगी.
केडीसीए के अनुसार, 9 अगस्त तक दक्षिण कोरिया में इस वर्ष 10 एमपॉक्स मामले सामने आए, 2023 में 151 मामले दर्ज किए गए थे. एजेंसी ने बताया कि इस वर्ष सभी मामले 20 से 40 वर्ष की आयु के पुरुषों से जुड़े थे, जिनमें से नौ घरेलू मामले थे और एक विदेश यात्रा से जुड़ा था. केडीसीए की सलाह है कि किसी भी अजनबी के करीब जाने से लोग बचें और अगर संपर्क में आएं तो तुरंत जरूरी परीक्षण करा कर वैक्सीन लगवाएं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)