पश्चिम बंगाल में बच्चों में फ्लू जैसे लक्षणों में बढ़ोतरी देखी गई है. इस बीमारी की पहचान एडेनोवायरस के रूप में की गई है. कोलकाता में स्वास्थ्य अधिकारियों ने नागरिकों को सतर्क रहने और विशेष रूप से बच्चों में एडेनोवायरस के लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करने के लिए कहा है. हालांकि, रिपोर्टों के अनुसार, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक मौत और संक्रमित मामलों की संख्या बताते हुए कोई डेटा जारी नहीं किया है. एडेनोवायरस सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन पांच साल तक के बच्चों को वायरस से संक्रमित होने का अधिक खतरा होता है. यूएस सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, एडेनोवायरस फ्लू जैसी सांस की बीमारी की ओर जाता है.
क्या है एडेनोवायरस, कैसे फैलता है, लक्षण और इलाज | Adenovirus: Symptoms, treatment, transmission, prevention steps and more
एडेनोवायरस के लक्षण (Symptoms of Adenovirus)
एडेनोवायरस के लक्षणों में आमतौर पर दिखने वाले लक्षण कुछ ऐसे होते हैं-
जुकाम
- बुखार
- गला खराब होना
- न्यूमोनिया
- लाल आंखें या गुलाबी आंख
- आम पाचन संबंधी समस्याएं जैसे दस्त, उल्टी, मतली और पेट दर्द
- ब्रोंकाइटिस
वायरस हल्के से गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है. बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा कार्य और पहले से मौजूद श्वसन स्थितियों वाले लोगों में गंभीर बीमारी का खतरा अधिक होता है.
ओडिशा के एक होस्टल में पांच छात्राओं में दिमागी बुखार की पुष्टि, एक की मौत, जानें क्या है मामला
.
कैसे फैलता है एडेनोवायरस
सीडीसी के अनुसार, वायरस एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे लोगों में निकट संपर्क जैसे छूने या हाथ मिलाने से फैल सकता है. संक्रमित कण खांसने और छींकने से भी फैल सकते हैं.
एडेनोवायरस से बचाव के उपाय
वायरस के प्रसार को रोकने के लिए किसी बीमार व्यक्ति के साथ किसी भी तरह के संपर्क से बचना चाहिए. बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोना और खांसते समय चेहरे और नाक को ढंकना भी प्रभावी निवारक कदम हैं.
हर फैट नहीं बढ़ाता वजन, यहां हैं ऐसे 6 फूड्स की लिस्ट जो हैं 'Healthy' Fats से भरपूर...
एडेनोवायरस
इस वायरस की कोई खास दवा नहीं है. लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए उचित आराम के साथ कुछ दवाओं की सलाह दी जाती है. लक्षण दिखने पर जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से संपर्क करें.