भारत में जून और जुलाई के बीच कोविड के 908 नए मामले सामने आए, मुम्बई में सबसे ज्यादा केस

96 देशों में 1,86,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए और 35 देशों में 2,800 से ज्यादा नई मौतें हुईं. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 21 जुलाई तक, “महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक वैश्विक स्तर पर 775 मिलियन से ज्यादा पुष्ट मामले और सात मिलियन से ज्यादा मौतें हुई हैं”.

Advertisement
Read Time: 3 mins
3

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की बुधवार को आई रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जून और जुलाई के बीच भारत में कोविड-19 के 908 नए मामले सामने आए और दो मौतें हुईं. संयुक्त राष्ट्र निकाय द्वारा लेटेस्ट कोविड एपिडेमियोलॉजी अपडेट से पता चला है कि 24 जून से 21 जुलाई के बीच 85 देशों में हर हफ्ते SARS-CoV-2 के लिए औसतन 17,358 सैम्पल का टेस्ट किया गया. जबकि नए मामलों में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई, इस अवधि के दौरान दुनिया भर में 26 प्रतिशत मौतें हुईं.

दुनियाभर में 1,86,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए

96 देशों में 1,86,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए और 35 देशों में 2,800 से ज्यादा नई मौतें हुईं. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 21 जुलाई तक, “महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक वैश्विक स्तर पर 775 मिलियन से ज्यादा पुष्ट मामले और सात मिलियन से ज्यादा मौतें हुई हैं”.

सबसे ज्यादा मामले थाईलैंड में

अमेरिका और यूरोपीय क्षेत्र के देशों में कोविड संक्रमण के कारण सबसे ज्यादा अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू में भर्ती होने की सूचना मिली है. दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में थाईलैंड (6,704 नए मामले और 35 नई मौतें) में सबसे ज्यादा नए मामले और मौतें दर्ज की गईं, उसके बाद भारत (908 नए मामले और 2 नई मौतें) और बांग्लादेश (372 नए मामले और 1 नई मौत) का स्थान रहा.

इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि "विश्व स्तर पर, JN.1 सबसे ज्यादा रिपोर्ट किया जाने वाला वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (VOI) है, जो 135 देशों में मौजूद है." SARS-CoV-2 वैरिएंट KP.3.1.1 और LB.1 दोनों JN.1 के वंशज हैं और निगरानी में रखे गए वैरिएंट (VUM) भी ​​वैश्विक स्तर पर अपना प्रचलन बढ़ा रहे हैं.

इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार, भारत के कई राज्यों में कोविड के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, महाराष्ट्र, मेघालय, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में पांच प्रतिशत से ज्यादा की पॉजिटिव रेट देखा जा रहा है.

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के अनुसार बहुत ज्यादा संक्रामक KP.1 और KP.2 स्ट्रेन, जो JN.1 ओमिक्रॉन वैरिएंट से विकसित हुए हैं, भारत में कोविड मामलों के लिए जिम्मेदार हैं.

Advertisement

हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने इस महीने की शुरुआत में संसद को सूचित किया कि अभी तक अस्पताल में भर्ती होने या बीमारी की गंभीरता में कोई वृद्धि नहीं हुई है. नड्डा ने कहा कि 5 अगस्त तक कोविड केपी म्यूटेंट स्ट्रेन के 824 मामले दर्ज किए गए थे. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 417 मामले थे, उसके बाद पश्चिम बंगाल में 157 और उत्तराखंड में 64 मामले थे.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Ganesh Visarjan 2024: धूमधाम से विदा हुए गणपति, बप्पामय हुई पूरी मायानगरी Mumbai! | City CentreGanesh Visarjan 2024: धूमधाम से विदा हुए गणपति, बप्पामय हुई पूरी मायानगरी Mumbai! | City CentreGanesh Visarjan 2024: धूमधाम से विदा हुए गणपति, बप्पामय हुई पूरी