मां (Motherhood) बनने के साथ ही जिम्मेदारियां कई गुना बढ़ जाती हैं उसके साथ अगर महिला कामकाजी हो तो तब फुर्सत के कुछ पल भी मिलना मुश्किल हो जाता है. परिवार और बच्चे की देखभाल, ऑफिस का काम, घर के काम काज के बीच दिन के 24 घंटे भी कम पड़ने लगते हैं. इन सभी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभाने के चक्कर में बिजी मॉम के पास अपनी सेहत (Women health) की देखभाल के लिए समय ही नहीं बचता है. ऐसे में कुछ योगासन उनकी मदद कर सकते हैं. आइए जानते हैं कुछ ऐसे योगासन (Yoga asanas for busy moms) के बारे में जो बिजी मॉम को अपनी सेहत ठीक रखने में मदद कर सकते हैँ …
व्यस्त महिलाओं के लिए योगासन (Yoga Asanas for Busy Moms)
भारत ही नहीं दुनियाभर की महिलाओं के लिए बड़ा खतरा है Breast Cancer, एक्सपर्ट से जानें इसकी वजह
वज्रासन( Vajrasan)
डाइजेस्टिव सिस्टम, लोअर बैक पेन और तनाव या एंग्जायटी से जूझ रही महिलाओं के लिए वज्रासन सबसे अच्छा योगासन है. यह पोस्चर सुधारने और वजन कम करने में भी मदद करता है. वज्रासन करने के लिए अपनी पीठ को सीधा रखकर पैर आगे फैलाकर बैठें और हाथों को कमर के बगल में रखें. दाएं पैर को मोड़कर हिप के नीचे रखें फिर बाएं पैर को भी मोड़कर हिप के नीचे रखें. पैर एक दूसरे से सटाकर रखें. आंखे बंद कर सांसों पर ध्यान लगाएं. कुछ देर इसी मुद्रा में रहे.
मार्जरी आसन (Cat Cow pose)
मार्जरी आसन से एकाग्रता और इमोशनल बैलेंस को बढ़ाने में मदद मिलती है. इससे मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स से भी राहत मिलती है और रीढ़ की हड्डी का लचीलापन बढ़ता है. मार्जरी आसन करने के लिए पैर और हाथों के बल कैट पोज बनाए और सांस लेते हुए अपनी पीठ को ऊपर की ओर खींचे फिर सांस छोड़ते हुए काऊ पोज में जाएं. एक मिनट तक इस आसन को दोहराते रहें.
टूटे हुए दांतों को दोबारा किया जा सकता है Implant, लेकिन इन बातों का रखना होगा ध्यान
नौकासन (Naukasana)
नौकासन के अभ्यास से लचीलापन, पोस्चर, कोर स्ट्रेंथ और मसल्स को मजबूती मिलती है. इससे बेली फैट में कमी आती है. नौकासन करने के लिए अपने पैरों को फैलाकर बैठें फिर हाथों को सामने की ओर फैलाकर सांस लेते हुए पैरों को ऊपर की ओर उठाएं. सांस छोड़ते हुए पुरानी मुद्रा में लौटे. इस आसन को पांच से दस बार तक करें.
सेतु बंधासन( Setu bandhasana)
सेतु बंधासन करने से बैक मसल्स और पुट्ठों को मजबूती मिलती है. इससे पीठ के दर्द और थकान से भी राहत मिलती है. सेतु बंधासन करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं फिर पैरों को घुटनों से मोड़ कर रखें. सांस लेते हुए शरीर को ऊपर उठाएं. जितनी देर संभव हो इस पोज में रहे.
पवन मुक्तासन (Pavan Muktasana)
पवन मुक्तासन करने से हिप ज्वाइंट्स में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है. यह दिन भर में तनाव और थकान से भी मुक्त होने में मदद करता है. पवनमुक्तासन करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और अपने घुटनों को छाती के पास ले आएं. अब हाथों की मदद से घुटने के नीचे के भाग को पकड़ कर छाती की ओर दबाव बढ़ाएं. अपने सिर को उठाकर घुटने की ओर झुकाने का प्रयास करें. कुछ समय इसी पोज में सांस लें और छोड़ें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.