Vitamin E health benefits: हमेशा से यह धारणा रही है कि विटामिन-ई (Vitamin E) सिर्फ हमारी त्वचा यानी स्किन के लिए है. इसे 'ब्यूटी विटामिन' (Beauty Vitamin) भी कहा जाता है, और जब भी कोई त्वचा में चमक या बालों में मजबूती की बात करता है, तो तुरंत विटामिन-ई याद आता है. लेकिन सच तो यह है कि विटामिन-ई सिर्फ बाहर की खूबसूरती ही नहीं बढ़ाता, बल्कि हमारे शरीर को अंदर से भी मजबूती देता है, खासकर हमारे मन और दिमाग को.आज के समय में जब हम भाग-दौड़ भरी जिंदगी जी रहे हैं, तब हमें अंदरूनी पोषण की बहुत जरूरत है. शरीर को असली ताकत सही मिनरल्स (खनिज) और विटामिन से मिलती है. विटामिन-ई उन जरूरी तत्वों में से एक है, जो शरीर के कोने-कोने को एनर्जी पहुंचाता है. तो चलिए जानते हैं इसके अन्य फायदे..
विटामिन-ई के फायदे - Benefits of Vitamin E
विटामिन-ई एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर की कोशिकाओं की रक्षा करता है और फ्री रेडिकल्स से कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचाता है. इसका मुख्य काम शरीर की सारी कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखना है और झिल्ली को मजबूत रखना है. इसके अलावा विटामिन-ई सौंदर्य को बनाए रखने में मदद करता है, हृदय के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र की रक्षा करता है.
Vitamin E की कमी के लक्षण - Symptoms of vitamin E deficiency
अगर शरीर में विटामिन-ई की कमी होती है तो शरीर कई तरह के संकेत देता है, लेकिन उसकी कमी का असर धीरे-धीरे देखने को मिलता है और ज्यादा बढ़ने पर घातक हो सकता है.
विटामिन ई की कमी होने पर त्वचा पर रूखेपन, समय से पहले चेहरे पर झुर्रियां, मांसपेशियों का कमजोर होना, आंखों की रोशनी कम होना, नसों में कमजोरी और झनझनाहट महसूस होना, बार-बार एलर्जी होना, बालों के तेजी से झड़ने, थकान और ऊर्जा की कमी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.अगर बहुत ज्यादा कमी है, तो ये तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और सीधे मन और मस्तिष्क पर असर पड़ता है.
हर दिन कितनी Vitamin E की होती है जरूरत - Daily Vitamin E Requirement
अब ये जानना जरूरी है कि रोजाना कितनी विटामिन-ई की आवश्यकता होती है. वयस्क महिलाओं और पुरुषों को प्रतिदिन 10-15 एमजी विटामिन ई की आवश्यकता होती है. विटामिन ई भोजन में आसानी से मिल जाता है और प्राकृतिक रूप से लिया गया विटामिन ई शरीर को ज्यादा ऊर्जा देता है.
Vitamin E का रिच सोर्स - Natural Vitamin E Sourcesविटामिन-ई बादाम, पालक और हरी पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित अनाज, सरसों और तिल का तेल, सूरजमुखी के बीज, मूंगफली और मूंगफली का तेल और एवोकाडो जैसे फलों में मिल जाता है.
विटामिन-ई विटामिन-ई का सेवन हमेशा वसा युक्त चीजों के साथ करें जैसे घी या जिनमें प्राकृतिक रूप से तेल मौजूद हो. वसा के साथ विटामिन ई शरीर में तेजी से घुलता है और शरीर में अवशोषित होता है. इसके अलावा हरी सब्जियों को भी ज्यादा न पकाएं, क्योंकि पकाने से सब्जियों में मौजूद विटामिन कम हो जाते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














