यूनिवर्सल बिल्डवेल के पूर्व प्रमोटर्स पर ED का शिकंजा, 153 करोड़ की संपत्तियां अटैच

एफआईआर में आरोप था कि कंपनी और उसके प्रमोटर्स रमन पुरी, विक्रम पुरी और वरुण पुरी ने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे नहीं किए और हज़ारों होमबायर्स और निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की.

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  • ईडी ने यूनिवर्सल बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड और उसकी ग्रुप कंपनियों की 153.16 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की
  • कंपनी के प्रमोटर्स रमन पुरी, विक्रम पुरी और वरुण पुरी पर होमबायर्स के साथ धोखाधड़ी के आरोप
  • 2010 के बाद से निर्माण कार्य बंद है और होमबायर्स लगभग 15 साल से फ्लैट और स्पेस का इंतजार कर रहे हैं
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गुरुग्राम:

ईडी गुरुग्राम जोनल ऑफिस ने यूनिवर्सल बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड और उसकी ग्रुप कंपनियों के एक्स प्रमोटर्स और सहयोगियों की 153.16 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर ली है. इन संपत्तियों में राजस्थान के कोटपूतली (बहरोड़) में 29.45 एकड़ जमीन, गुरुग्राम के सेक्टर-49 स्थित यूनिवर्सल ट्रेड टॉवर की कई यूनिट्स, 3.16 करोड़ रुपये का फिक्स्ड डिपॉजिट है. ईडी की ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत 17 सितंबर 2025 को जारी प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर में की गई.

हज़ारों होमबायर्स और निवेशकों के साथ धोखाधड़ी

ईडी ने इस मामले की जांच की शुरुआत उन 30 से ज़्यादा एफआईआर के आधार पर की थी, जो दिल्ली-एनसीआर में दर्ज हुई थीं. इन एफआईआर में आरोप था कि कंपनी और उसके प्रमोटर्स रमन पुरी, विक्रम पुरी और वरुण पुरी ने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे नहीं किए और हज़ारों होमबायर्स और निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की. ईडी ने 22 जुलाई 2025 को तीनों प्रमोटर्स को गिरफ्तार किया था और फिलहाल वे न्यायिक हिरासत में हैं.

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करीब 15 साल से फ्लैट और स्पेस का इंतज़ार

ज्यादातर लोगों ने 2010 से पहले निवेश किया था. करीब 15 साल से फ्लैट और स्पेस का इंतज़ार कर रहे हैं. 2010 से ही निर्माण कार्य पूरी तरह ठप पड़ा है. अब जो रिज़ॉल्यूशन प्लान बना है, उसमें भी होमबायर्स को अपनी जेब से और पैसा डालना पड़ रहा है. रिज़ॉल्यूशन प्रोफेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि 12 साल में जुटाई. ये रकम गुड़गांव और फरीदाबाद की 8 परियोजनाओं के नाम पर ली गई. लेकिन विकास पर इसका सिर्फ एक हिस्सा खर्च हुआ.

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फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और गबन

बाकी पैसे प्रमोटर्स ने जमीन और दूसरी संपत्तियां खरीदने में लगाकर फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और गबन किया. ईडी ने 19 सितंबर को गुरुग्राम की स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर दी है, जांच अब भी जारी है और माना जा रहा है कि आने वाले समय में और भी खुलासे होंगे.

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