जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) और हरियाणा में हुए विधानसभ चुनाव (Assembly elections) में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया. हरियाणा में जहां बीजेपी ने तीसरी बार सत्ता में वापसी की है. वहीं जम्मू कश्मीर में भले ही बीजेपी सत्ता तक नहीं पहुंच पायी लेकिन उसके वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई. हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी के वोट शेयर में पिछले चुनाव की तुलना में लगभग 3 प्रतिशत मतों की बढ़ोतरी हुई है. हरियाणा और जम्मू कश्मीर दोनों ही जगहों पर बीजेपी के वोट शेयर में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है.
हरियाणा में बीजेपी कांग्रेस का बढ़ा ग्राफ
2024 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 39.94 प्रतिशत वोट मिले हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी को 39.09 प्रतिशत वोट इस चुनाव में मिले. हरियाणा में इस चुनाव में अन्य दलों की हालत कमजोर हो गयी है. बीजेपी और कांग्रेस को मिलाकर वोट शेयर 79 प्रतिशत तक पहुंच गया है. वहीं अन्य दलों के वोट शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली है. इंडियन नेशनल लोकदल को 4.14 प्रतिशत वोट मिले हैं, जजपा को 0.90 प्रतिशत वोट मिले हैं. आम आदमी पार्टी को 1.79 प्रतिशत वोट इस चुनाव में मिले.
2014 में बीजेपी को मिले थे 33.20 प्रतिशत वोट
2014 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में 47 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए 33.20 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया था. इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था. कांग्रेस का वोट शेयर महज 20.58 प्रतिशत रह गया था और सीटों की संख्या भी 15 पर पहुंच गयी थी. इस चुनाव में बीएसपी सहित अन्य दलों का वोट शेयर बेहतर रहा था. बीएसपी को इस चुनाव 4.52 प्रतिशत वोट मिले थे.
2019 के चुनाव में कम हुए बीजेपी के सीट लेकिन वोट प्रतिशत में हुई बढ़ोतरी
J&k में हारकर भी बीजेपी ने प्रदर्शन में कर लिया सुधार
जम्मू कश्मीर में बीजेपी को 10 साल बाद हुए चुनाव में भी सत्ता नहीं मिली. भारतीय जनता पार्टी को जम्मू कश्मीर में 29 सीटों पर जीत मिली. पिछले चुनाव की तुलना में बीजेपी को 4 सीटें अधिक मिली है.साथ ही अगर वोट शेयर की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी को इस चुनाव में 25.64 प्रतिशत वोट मिले.वहीं साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 25 सीटों पर जीत मिली थी. उस दौरान बीजेपी का वोट शेयर 22.98 प्रतिशत रहा था. लगभग 2.7 प्रतिशत के मतों की बढोतरी के साथ बीजेपी ने जम्मू कश्मीर में 4 अधिक सीटों पर जीत दर्ज की.
जम्मू कश्मीर की राजनीति में भी कांग्रेस गठबंधन और बीजेपी के प्रदर्शन में सुधार देखने को मिले हैं. वहीं अन्य दलों को नुकसान का सामना करना पड़ा है. कश्मीर में पीडीपी के वोट शेयर में गिरावट देखने को मिला है. एक दौर में पीडीपी कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी हुआ करती थी. बात महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी की प्रदर्शन की करें तो वो चौंकाने वाले हैं. पिछले बार के चुनाव में जहां पीडीपी को घाटी में 28 सीटें मिली थी वहीं इस बार उसे सिर्फ तीन सीटों से ही संतोष करना पड़ा है.
ये भी पढ़ें-:
हरियाणा में दिखा दिया '9 का दम': खलनायक नहीं, BJP के नायक निकले मनोहर लाल खट्टर