FIFA World Cup: फुटबॉल स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) और मैनचेस्टर यूनाइटेड (Manchester United) मंगलवार को "आपसी समझौते" के साथ अलग हो गए. यह रोनाल्डो के हाल ही में ब्रिटिश पत्रकार पियर्स मॉर्गन के साथ एक इंटरव्यू में क्लब और उसके वर्तमान मैनेजर एरिक टेन हैग (Erik Ten Hag) के खिलाफ गंभीर आरोपों के बाद हुआ, जिससे विवाद छिड़ गया था. उसी इंटरव्यू में रोनाल्डो ने यह भी खुलासा किया था कि सऊदी अरब (Saudi Arabia League) के एक क्लब ने उन्हें दो साल के लिए लगभग 360 मिलियन डॉलर के अनुबंध की पेशकश की थी. हालांकि, फुटबॉल दिग्गज ने कहा कि उन्होंने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया.
इसी विषय पर बोलते हुए, सऊदी खेल मंत्री प्रिंस अब्दुल अज़ीज़ बिन तुर्की अल-फैसल ने कहा कि उन्हें इसके बारे में पता नहीं है.
CNN को दिए एक इंटरव्यू में मंत्री ने कहा, "मुझे नहीं पता, यह सीधा जवाब है. मैंने वही पढ़ा जो आपने समाचारों में पढ़ा. मुझे नहीं पता कि उनकी भविष्य की योजनाएं क्या हैं."
यह पूछे जाने पर कि क्या वह रोनाल्डो को सऊदी अरब में खेलते हुए देखना चाहेंगे, उन्होंने कहा: "क्यों नहीं? हमारे पास एक मजबूत लीग है. प्रत्येक टीम में हमारे पास सात विदेशी खिलाड़ी हैं और हम इसे बढ़ाना चाहते हैं. हमारी टीमें एशिया में टॉप स्तर पर खेलती हैं." सऊदी में फुटबॉल मजबूत है. तो क्यों नहीं?"
पियर्स मॉर्गन को दिए इंटरव्यू (Cristiano Ronaldo Interview) में रोनाल्डो ने कई मुद्दों पर मैनचेस्टर यूनाइटेड की आलोचना की थी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि क्लब के कुछ मालिक उन्हें 'जबरन बाहर' करने की कोशिश कर रहे हैं.
दोनों पक्षों के अलग होने जाने के बाद, यह पता चला है कि रोनाल्डो को 17 मिलियन ब्रिटिश पाउंड में से कुछ भी नहीं मिलेगा, जो कि उन्हें इस सीजन के बाकी भाग में कल्ब (Manchester United) से मिलना था.
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