Milk Tea In India: भारत के लोगों के लिए चाय सिर्फ एक ड्रिंक नहीं बल्कि ये एक इमोशन है. सुबह से लेकर शाम तक चाय सबसे ज्यादा पी जाने वाली ड्रिंक में से एक है. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि आखिर भारत में ही क्यों दूध वाली चाय पी जाती है. अगर आप नहीं जानते हैं. तो चलिए आपको बताते हैं इसके पीछे का कारण. आपको बता दें कि भारत में दूध वाली चाय एक सांस्कृतिक परंपरा के चलते पी जाती है यह सामाजिक मेलजोल को बढ़ावा देती है. इसके अलावा, अंग्रेज़ों ने भारत में चाय बागान लगाकर दूध और चीनी के साथ चाय को लोकप्रिय बनाया, जो सस्ता और स्वादिष्ट विकल्प था.
विदेशी लोग क्यों नहीं पीते दूध वाली चाय- (Why Foreigners Drink Tea Without Milk)
लेकिन दुनिया के कई हिस्सों में दूध वाली चाय क्यों नहीं पी जाती है. अगर आप भी इस बात को लेकर परेशान हैं तो चलिए जानते हैं कारण. अन्य देश चाय में दूध नहीं डालते क्योंकि उनकी चाय बनाने और पीने की परंपरा अलग होती है. अमेरिका और यूरोप जैसे देशों में लोग दूध के बजाय नींबू, शहद या सीधे चाय के स्वाद का आनंद लेते हैं. क्योंकि वो इसे हेल्दी मानते हैं.
ये भी पढ़ें- इन 5 लोगों के लिए वरदान से कम नहीं है सिंघाड़े का सेवन, जानें फायदे और रेसिपी
Photo Credit: Instagram/ @food_madness__
क्या आप जानते हैं चाय बनाने का सही तरीका- (Chai Banane Ka Sahi Tarika)
चाय बनाने के लिए सबसे पहले आप एक पैन में 2 कप पानी डालें. आपको चाय पत्ती लेनी होगी. जैसे-जैसे पानी की मात्रा बढ़ती है, वैसे ही चाय पत्ती की मात्रा भी बढ़ेगी. इसे एक कप में आधा चम्मच चाय पत्ती के हिसाब से नापा जा सकता है. सबसे पहले आपको पानी उबालना है ताकि दूध डालने के बाद भी पानी की वजह से दूध में कच्चापन ना दिखे. पानी को उबालने के बाद दूध डालना है और उसके एक मिनट बाद चाय पत्ती. ऐसे में चाय में कच्चापन नहीं आएगा और किसी भी कारण से दूध के फटने की गुंजाइश नहीं होगी. अगर दूध पहले से ही पका हुआ है, तो आप पहले पानी को उबालें और उसके बाद चाय पत्ती डालें. इसके बाद आप दूध डालकर थोड़ी देर पकाएं. शक्कर को घुलने में ज्यादा समय नहीं लगता है इसलिए इसमें आप कभी भी डाल सकते हैं.
अस्थमा का इलाज क्या है? डॉक्टर से जानिए
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)