How to Naturally Increase Vitamin Levels: क्या आपको थकान महसूस होती है? जैसे कि शरीर लो बैटरी पर चल रहा हो. आपने रात भर की नींद ली हो फिर भी. हो सकता है कि आपकी त्वचा भी डल लग रही हो. मूड में बार-बार बदलाव आ रहे हो या फिर मेमोरी पहले जैसी शार्प नहीं लग रही है. अगर आपके शरीर में भी ऐसे लक्षण नजर आ रहे हैं तो समझ जाइए की आपके शरीर में विटामिन्स की कमी है. डॉक्टर हंसाजी ने बताए टॉप थ्री विटामिंस के बारे में जो आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी है और इनकी कमी आपके शरीर में दिखने वाले इन लक्षणों की वजह होते हैं. साथ ही इनके कम होने पर क्या प्रॉब्लम हो सकती हैं. साथ ही कुछ हेल्दी रेसिपीज भी जिससे आप यह विटामिंस की कमी को नेचुरली पूरा कर सकते हैं.
विटामिन बी12
विटामिन बी12 एनर्जी और ब्रेन हेल्थ का साइलेंट हीरो है. विटामिन बी12 एक ऐसा विटामिन है जो शांति से चुपचाप काम करता है. लेकिन आपके शरीर में सब कुछ अच्छे से चलाने के लिए जरूरी होता है. यह रेड ब्लड सेल्स बनाने, एनर्जी देने और आपके दिमाग और नर्व्स को हेल्दी रखने के लिए है. अगर आपके शरीर में बी12 की कमी हो जाए तो हमेशा थकान महसूस होती है. चाहे अच्छी नींद ही क्यों ना आई हो. हाथ पैर में सुइयां चुभने जैसा सेंसेशन या सूजन हो सकती है. मूड स्विंग या कंफ्यूजन भी हो सकता है. ज्यादातर देखा गया है कि वेजिटेरियंस को B12 में कमी होती है क्योंकि यह विटामिन नेचुरल फॉर्म में प्लांट बेस्ड फूड में नहीं मिलता.
वेजिटेरियन लोग बी12 कैसे लें?
विटामिन B12 अकेले एक कोई फूड आइटम से मिलना मुश्किल है. इसलिए आपको एक वीकली सिस्टम बनाना होगा. कुछ डेली हैबिट से आप अपने शरीर को जरूरी बी12 दे सकते हो. पहला है बीट रूट, कैरेट, कांजी. एक ट्रेडिशनल फर्मेंटेड ड्रिंक है जो कैरेट, बीट रूट और राई के दानों से बनती है. इन सबको एक गिलास जार में भरकर दो दिन तक धूप में रखें. हफ्ते में दो-तीन बार सुबह इसे पिए. यह आपके गट हेल्थ को सुधारता है और बी12 अब्सॉर्प्शन में मदद करता है.
दूध या दही
देसी गाय के दूध का फ्रेश दही या छाछ. देसी गाय की दही या छाछ बी12 से भरपूर होता है. साथ ही गढ़ के गुड बैक्टीरिया को सपोर्ट करता है. जिससे बी12 अब्सॉर्प्शन करना आसान हो जाता है.
फर्मेंटेड रागी मॉल्ट
इसे बनाने के लिए रात भर रागी को सोक कर देना है और सवेरे पतला पोरिच बना देना है. फर्मेंटेशन से प्रोबायोटिक बनते हैं. इससे बी12 का अब्सॉर्प्शन सुधरता है.
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इडली डोसा बैटर
चावल और उड़द दाल को ग्राइंड करके रात भर इसे फर्मेंट करो. साफ मिट्टी या सेरेमिक या स्टील के बर्तन में इसे फर्मेंट करें. यह नेचुरली बी12 बनाता है. इससे आप इडली, डोसा, उत्तप्पम बना सकते हैं.
दही-चावल
रात भर दही भात रूम टेंपरेचर पर रखा जाए तो वह फर्मेंट हो जाता है. हफ्ते में दो बार कर्ड राइस जरूर खाएं. फर्मेंटेशन से हेल्पफुल बैक्टीरिया बनते हैं जो थोड़ा बी12 भी प्रोड्यूस करते हैं.
देसी गाय का घी
इसमें डायरेक्ट B12 नहीं होता. लेकिन यह गट हेल्थ को सुधारता है. जिससे बॉडी B12 को अब्सॉर्ब अच्छी तरह करती है. तो B12 रूटीन फॉलो करें. रोज एक फर्मेंटेड फूड जरूर शामिल करें. जैसे दही, छाछ, डोसा, इडली, इमली इनका सेवन हफ्ते में दो बार बीट रूट- कैरेट कांजी सुबह पिएं. हफ्ते में दो बार कर्ड राइस खा लें. सुबह खाली पेट एक चम्मच देसी घी ले लें.
क्या ना करें
जंक फूड, शुगरी ड्रिंक ज्यादा चाय कॉफी अवॉइड करें. एंटीबायोटिक सिर्फ जरूरत हो तो ही लें. हफ्ते में एक बार रात को एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें. गट साफ हो जाएगा.
विटामिन डी
यह धूप वाला विटामिन डी. मूड और बोनस के लिए जरूरी है. विटामिन डी को सनशाइन विटामिन डी कहा जाता है. जब आप सनलाइट में जाते हो तो शरीर इस विटामिन को बनाता है. लेकिन आजकल सनस्क्रीन लगाते हैं. ऑफिस में लॉन्ग आवर्स होते हैं. जहां एसी होता है. सनलाइट नहीं मिलता और सिटी लाइफस्टाइल की वजह से ज्यादातर लोग सनलाइट नहीं ले पाते. विटामिन डी की कमी से हो सकती है जिससे ज्वाइंट पेन, मसल पेन, बार-बार सर्दी होना, मूड स्विंग, डिप्रेशन वगैरह हो सकता है. इसके लिए आप रोजाना 10-15 मिनट मॉर्निंग सनलाइट जरूर लें. सुबह के 1-3 घंटे की धूप लेना बेस्ट होता है.
विटामिन डी बूस्टिंग रेसिपी
विटामिन डी बढ़ाने के लिए आप मशरूम टोफू स्टर फ्राई करके खा सकते हैं. इसके लिए एक कप मशरूम, आधा कप टोफू, आधा टीस्पून तिल तेल, चुटकी भर रॉक साल्ट, एक चुटकी ब्लैक पेपर, करी लीव्स, थोड़ा सा पालक या मोरिंगा लीव्स लें.
पैन में तिल का तेल गर्म करें. मशरूम और टोफू डालकर लाइट गोल्डन होने तक फ्राई करें. मोरिंगा या पालक डालें और हल्की स्टर फ्राई करें. रॉक साल्ट और ब्लैक पेपर डालो. ब्राउन राइस या चपाती के साथ सर्व करो.
विटामिन सी
विटामिन सी ग्लो और इम्यूनिटी का विटामिन कहा जाता है. विटामिन सी सिर्फ इम्यूनिटी के लिए ही नहीं घाव को भरने, स्किन ग्लो और कोलाजन प्रोडक्शन में मदद करता है. वेजिटेरियन खाने से आयरन अब्सॉर्प्शन में विटामिन सी बहुत मदद करता है. विटामिन सी की कमी अगर हो तो उसके लक्षण जो दिखाई देते हैं वो हैं, स्किन डल लगना, जल्दी-जल्दी सर्दी होना, जख्म देर से भरना, शरीर में थकान महसूस होना. अगर आप विटामिन सी की कमी को पूरा करना चाहते हैं तो संतरे से भी ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है अमरूद में. आंवला में 20% ज्यादा विटामिन सी होता है. रेड बेल पेपर में बहुत ही पावरफुल सोर्स ऑफ विटामिन सी है.
विटामिन सी बूस्टिंग आंवला चाट
एक छोटा अमरूद, एक आंवला, एक चौथाई रेड बेल पेपर, चाट मसाला, ब्लैक साल्ट, लेमन जूस, फ्रेश कोरिएंडर. अब ये सब इग्रेडिएंट्स एक बाउल में डालकर इसे मिक्स करो. लेमन जूस और स्पाइसेस डालकर टॉस करो. यह फ्रेश टंगी और सुपर हेल्दी चाट रेडी है.
अगर आप लो एनर्जी, मूड स्विंग्स, ब्रेन फॉग या स्किन डलनेस फील कर रहे हो तो आपका शरीर आपको कुछ कह रहा है तो शायद आपके डाइट में यह तीन तरह के विटामिन की कमी है. बी12, डी और सी. याद रखें. विटामिन बी12 एनर्जी नर्व्स और ब्रेन के लिए विटामिन डी हड्डियों के लिए मसल्स के लिए और मूड के लिए विटामिन सी इम्यूनिटी हीलिंग और सुंदर त्वचा के लिए. आज से ही अपनी प्लेट में यह सब विटामिन रिच फूड शामिल करें और अपने शरीर को वह सारे नेचुरल सपोर्ट दें जिसकी उसे जरूरत है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














