Sharad Purnima 2024 Moonrise Time: शरद पूर्णिमा हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण दिन माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा सभी 16 कलाओं के साथ निकलता है और इस दिन चंद्रमा की रोशनी से अमृत की वर्षा होती है. शरद पूर्णिमा को कोजागर पूर्णिमा और रास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन घरों में खीर बनाकर चांद की रोशनी में रात भर के लिए रख दी जाती है और दूसरे दिन सुबह इसको खाया जाता है. तो आइए जानते हैं कि शरद पूर्णिमा पर चांद कब निकलेगा और खीर रखने का समय और खीर की रेसिपी.
शरद पूर्णिमा पर खीर रखने का समय
शरद पूर्णिमा यानि की 16 अक्तूबर के दिन चांद निकलने का समय शाम 5 बजकर 4 मिनट पर है. चांद की रोशनी में खीर रखने का मुहूर्त शाम 7.18 तक रहेगा, क्योंकि इस दौरान रवि योग रहेगा. अगर आप इस मुहूर्त में खीर नहीं रख पा रहे हैं तो, खीर 8 बजकर 40 मिनट से पहले चांद की रोशनी में रख दें.
खीर बनाने की रेसिपी
खीर बनाने के लिए सामग्री
- पुराने चावल ( आधा कटोरी)
- दूध ( 2 लीटर )
- चीनी ( स्वादानुसार )
- इलायची (2-3)
- ड्राई फ्रूट्स ( पसंद के अनुसार)
खीर बनाने की रेसिपी
खीर बनाने के लिए फुल क्रीम मिल्क का ही इस्तेमाल करें. इसके लिए सबसे पहले एक कढ़ाही में दूध को गरम होने के लिए रख दें. तब तक चावल को धोकर अच्छे से साफ कर लें और भिगो दें. दूध में उबाल आने के बाद चावल को डाल दें और धीमी आंच पर पकने दें. जब चावल पक जाए तो उसमें हरी इलायची को पीस कर और सारे ड्राई फ्रूट्स डालें. अब इसमें चीनी डालकर इसे धीमी आंच पर पकाएं. धीमी आंच पर पकाने से खीर में एक सोंधापन आता है. जो इसके स्वाद को और बढ़ा देता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)