Pregnancy me khatta khane ka kyun man karta hai : गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान आपने अक्सर सुना होगा कि गर्भवती महिला का मन खट्टी चीज खाने के लिए मचलने लगता है. कभी अचार की इच्छा होती है, तो कभी नींबू या इमली खाने का मन करता है. यह सिर्फ एक पुरानी बात या मनगढ़ंत कहानी नहीं है, बल्कि इसके पीछे साइंस है. ऐसे में आइए समझते हैं कि आखिर प्रेग्नेंसी में खट्टा खाने का मन क्यों करता है और आपका शरीर आपसे क्या कहना चाहता है.
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हार्मोन है वजहखट्टा खाने की इच्छा का सबसे बड़ा कारण है शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव. प्रेग्नेंसी के दौरान प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन का लेवल तेजी से बदलता है. ये हार्मोन सीधे हमारे स्वाद और सूंघने की शक्ति को प्रभावित करते हैं. इनकी वजह से कई बार सामान्य खाने का स्वाद अजीब लगने लगता है. ऐसे में, खट्टा या चटपटा स्वाद जीभ को एक अलग तरह की संतुष्टि देता है. इसे आप अपनी बदलती ज़ुबान की डिमांड मान सकती हैं.
विटामिन C बच्चे की हड्डियों, दांतों और ऊतकों (Tissues) के विकास के लिए जरूरी होता है. इसके अलावा, यह शरीर को आयरन (Iron) सोखने में भी मदद करता है. गर्भावस्था में खून की कमी (एनीमिया) का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए शरीर को ज्यादा आयरन चाहिए होता है. खट्टा खाने का मन होना, एक तरह से शरीर का आपको यह संकेत देना है कि उसे विटामिन C और आयरन की मदद के लिए ज्यादा खुराक चाहिए.
पानी की कमी को पूरा करनाप्रेग्नेंसी में शरीर में खून की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे Fluids की जरूरत भी बढ़ जाती है. कई बार खट्टा खाने का मन इसलिए भी करता है क्योंकि खट्टी चीजें पानी से भरपूर होती हैं (जैसे नींबू पानी या छाछ). यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने में भी मदद करता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)













