Pure And Adulterated Ghee: आज के समय में हर चीज के बहुत सारे विकल्प मौजूद होने की वजह से कंज्यूमर्स का भरोसा कायम रखना बहुत जरूरी है. बहुत सारी चीजें हैं जिनमें कथित रूप से मिलावट होने की बातें की जाती हैं. डेयरी प्रोडक्ट्स भी इनसे अछूते नहीं हैं. उनकी ऑथेंटिसिटी और शुद्धता को लेकर एक विश्वास पैदा करना भी एक चुनौती बना हुआ है. घी हमारे किचन का एक अभिन्न अंग है, जो हमारे खाने को और भी स्वादिष्ट और पौष्टिक बना देता है, लेकिन क्या आप जानते हैं बाजार से खरीदे गए घी में मिवालट भी हो सकती है. डेयरी में सबसे ज्यादा घी में मिलावट की बातें अक्सर सामने आती हैं. ऐसे में मिलावटी घी का पता कैसे लगाएं ये एक बढ़ा सवाल है. यहां जानिए मिलावटी घी का पता लगाने के आसान तरीके.
घी में मिलावट का पता लगाने के तरीके | Ways to detect adulteration in ghee
सदियों से घी अपने कमाल के स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है. घी के फायदों की वजह से इसे स्वर्ण अमृत भी कहा जाता है, लेकिन मिलावट इसे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक बना सकती है. यहां कुछ तरीके हैं जिनकी मदद से आप पहचान सकते हैं कि घी शुद्ध है या नहीं.
1. पहला तरीका: घी की अशुद्धता का पता लगाने के लिए आप सबसे सरल तरीकों में से एक ये उपयोग कर सकते हैं कि एक बर्तन में एक चम्मच घी गर्म करें. अगर घी तुरंत पिघल जाए और गहरे भूरे रंग का हो जाए तो यह शुद्ध घी है. अगर इसे पिघलने में समय लगे और इसका रंग हल्का पीला हो जाए तो यह मिलावटी है.
2. दूसरा तरीका: नारियल के तेल में मिलावट की जांच करने के लिए कांच के जार में डबल बॉयलर विधि से थोड़ा सा घी पिघलाएं और कांच के जार में डालें, इस जार को फ्रिज में रख दें. अगर घी और नारियल का तेल अलग-अलग परतों में जम जाएगा तो घी मिलावटी है नहीं तो आप जो घी इस्तेमाल कर रहे हैं वह शुद्ध है.
3. तीसरा तरीका: एक परखनली में एक बड़ा चम्मच घी गर्म करें और उसमें बराबर मात्रा में कंसन्ट्रेशन एचसीएल और एक चुटकी चीनी मिलाएं. सामग्री को मिलाने के लिए अच्छी तरह हिलाएं. निचली परत में गुलाबी या लाल रंग दिखे तो सैंपल हाइड्रोजनीकृत तेल/घी जैसे बासी घी के साथ मिलावटी है.
4. चौथा तरीका: अपनी हथेली में एक चम्मच घी डालें, अगर यह अपने आप पिघलने लगे तो यह शुद्ध है नहीं तो आप जो घी इस्तेमाल कर रहे हैं वह मिलावटी है.
5. पांचवा तरीका: यहां घी की शुद्धता का एक और एक्सपेरिमेंटल टेस्ट है. बस थोड़े से पिघले हुए घी में आयोडीन का घोल मिलाएं. अगर आयोडीन का घोल, जो भूरे रंग का है, बैंगनी रंग में बदल जाता है तो घी में स्टार्च की मिलावट है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)