हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस माह में दिवाली, छठ देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह जैसे महत्वपूर्ण पर्व आते हैं. कार्तिक पूर्णिमा (Kartika Purnima ) के दिन नदी स्नान और दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इसी माह में भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार धारण किया था. यह माह उनकी पूजा के लिए खास माना जाता है. आइए जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा की तिथि (Date of Kartika Purnima), पूजा विधि और भगवान विष्णु को भोग (Recipe for Kartika Purnima) में लगाई जानें वाली विशेष रेसिपी.
कब है कार्तिक पूर्णिमा- ( Kartika Purnima 2023 Date)
इस साल कार्तिक पूर्णिमा की तिथि 26 नवंबर को दोपहर 3 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर 27 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 45 मिनट तक रहेगी. कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर सोमवार के दिन मनाई जाएगी.
कार्तिक पूर्णिमा पूजा विधि- (Kartika Purnima 2023 puja vidhi)
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में नदी में स्नान कर व्रत रखना चाहिए. इस दिन विधि विधान से भगवान विष्णु और तुलसी जी की पूजा करनी चाहिए. इसके साथ ही उगते सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए.
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स्नान और दान का महत्व-
कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि इस समय भगवान विष्णु मत्स्य के रूप में जल में निवास करते हैं और पवित्र नदी गंगा में स्नान करने वालों के सभी पापों का नाश कर देते हैं.
इस खास व्यंजन का लगाएं भोग- (Bhog Recipe For Kartika Purnima)
कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु को रबड़ी की खीर का भोग लगा सकते हैं.
सामग्री-
- एक लीटर दूध,
- 250 ग्राम रबड़ी
- आधा कप चीनी
- एक चौथाई कप चावल
- काजू, बादाम और किशमिश
विधि-
- सबसे पहले चावल को अच्छी तरह धो लें.
- फिर इन्हें आधे घंटे भिगोकर रखें.
- इसके बाद मिक्सी में दरदरा पीस लें.
- दूध को उबलने के लिए चढ़ा दें.
- दो से तीन मिनट बाद पिसे हुए चावल को दूध में डाल दें.
- मध्यम आंच पर पकाएं.
- काजू, बादाम और किशमिश डाल दें.
- खीर के गाढ़ी हो जाने पर आंच बंद कर दें.
- ठंडी होने पर उसमें रबड़ी मिलाएं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)