आप भी खाते हैं ईसबगोल की भूसी, तो जान लीजिए इसे खाने का सही तरीका और 1 दिन में कितना खाना है सही, तभी मिलेगा फायदा

Isabgol Khane ka Sahi Tareeka: क्या आपको पता है ईसबगोल खाने का सही तरीका क्या है, एक दिन में कितनी मात्रा में सेवन करना है बेहद फायदेमंद.

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Isabgol Khane ka Sahi Tarika: ईसबगोल खाने की सही तरीका और सही मात्रा क्या है?

Isabgol khane ka Sahi Tarika: ईसबगोल, जिसे पसीलियम हस्क या इस्पघुला के नाम से भी कई लोग जानते हैं. आपको बता दें कि ये प्लांटागो ओवाटा नामक पौधे के सूखे बीजों की भूसी से मिलने वाला एक नेचुरल फाइबर है. यह साधारण दिखने वाला फाइबर आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों से इस्तेमाल होता आ रहा है, खासकर पाचन संबंधी समस्याओं के लिए. जब इसे पानी में मिलाया जाता है, तो यह जेल जैसी फॉर्म बना लेता है, जिससे कब्ज, पेट फूलना और दूसरी पाचन से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है. लेकिन सिर्फ पाचन के लिए ही नहीं, आधुनिक शोध बताते हैं कि ईसबगोल दिल की सेहत में भी मददगार हो सकता है, खासतौर पर खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में.

कैसे करता है ईसबगोल आपके दिल की देखभाल? (How does Isabgol take care of your heart?)

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कई स्टडीज में भी माना गया है कि रोजाना लगभग 10 ग्राम ईसबगोल लेने से LDL कोलेस्ट्रॉल, जो हृदय रोग से जुड़ा खराब कोलेस्ट्रॉल है, उसको कम करने में काफी अहम भूमिका निभा सकता है.

उदाहरण के लिए, 2018 में हुई एक मेटा एनालिसिस में1924 लोगों पर शोध किया गया, जिसमें देखा गया कि लगभग 10.2 ग्राम ईसबगोल का रोजाना कम से कम तीन हफ्तों तक सेवन करने से LDL कोलेस्ट्रॉल 0.33 mmol/L (लगभग 12.8 mg/dL) तक कम हो गया. कुल कोलेस्ट्रॉल और नॉन-HDL कोलेस्ट्रॉल भी इसी तरह कम हुए. इसके पहले के आठ शोधों के समूह विश्लेषण ने भी पुष्टि की थी कि लगभग 10 ग्राम पसीलियम रोजाना LDL को 7% और कुल कोलेस्ट्रॉल को 4% तक घटा सकता है.

एक स्टडी में, हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों ने कम फैट वाले भोजन के साथ रोजाना 5.1 ग्राम ईसबगोल दो बार लिया. 24 से 26 हफ्तों के बाद, उनके LDL में लगभग 7% और कुल कोलेस्ट्रॉल में 4.7% की कमी आई, जो प्लेसिबो समूह की तुलना में बेहतर था. ये कमी कम जरूर है, लेकिन चिकित्सीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है. एक अन्य अध्ययन ने यह भी सुझाव दिया कि ईसबगोल  का सेवन स्टैटिन दवाओं के साथ मिलाने से LDL कम करने का प्रभाव बढ़ सकता है, जो दवा की खुराक को दोगुना करने के बराबर है.

अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने भी ईसबगोल  फाइबर के हृदय स्वास्थ्य लाभ को मान्यता दी है, जिससे ऐसे खाद्य पदार्थों पर दिल की बीमारी के खतरे को कम करने का दावा किया जा सकता है.

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कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए ईसबगोल का सेवन कैसे करें? ( How to Eat Isabgol to Control Cholesterol)

बेहतर नतीजे पाने के लिए इसका सेवन आपको नियमित तौर पर करना चाहिए. ज्यादातर शोध और स्वास्थ्य विशेषज्ञ दिन में 7 से 14 ग्राम ईसबगोल  लेने की सलाह देते हैं, जो लगभग 1 से 2 चम्मच होता है. आमतौर पर लोग इसे दिन में दो बार 5 ग्राम की मात्रा में ले सकते हैं.

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कैसे बनाएं- हमेशा ईसबगोल को एक बड़े गिलास (लगभग 240 मिलीलीटर) पानी में मिलाएं और तुरंत पी जाएं. यह फाइबर जल्दी पानी सोख लेता है, इसलिए इसे पीने के बाद और पानी लेना न भूलें ताकि यह बहुत गाढ़ा न हो जाए. कई लोग खाने के साथ या खाने से पहले इसे लेते हैं ताकि भोजन के कोलेस्ट्रॉल और पित्त एसिड को बांध सके.

दवाओं के साथ ध्यान: ईसबगोल का सेवन कुछ दवाओं के अवशोषण में बाधा डाल सकता है, जैसे थायरॉयड दवाएं और कुछ कोलेस्ट्रॉल की दवाएं. इसलिए इसे अन्य दवाओं से कम से कम दो घंटे पहले या बाद में लें.

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धीरे शुरू करें: अगर आप पहली बार ईसबगोल ले रहे हैं तो कम मात्रा (2-3 ग्राम) से शुरू करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं. इससे गैस, पेट फूलना या हल्की ऐंठन जैसी परेशानियां कम होती हैं.

ईसबगोल के साइड इफेक्ट्स (Isabgol Side Effects)

इसका सेवन वैसे तो कई लोगों के लिए लाभदायी ही होता है लेकिन इसको खाते समय कुछ सावधानियां रखना जरूरी होता है. शुरुआत में हल्की गैस, पेट फूलना या असुविधा हो सकती है. लेकिन अगर आपको सीने में कसाव, सूजन या तीव्र खुजली हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

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कभी भी ईसबगोल को बिना पर्याप्त पानी के न लें, क्योंकि यह सूखा पाउडर शरीर के अंदर फैल कर गला घोंट सकता है या आंत में रुकावट पैदा कर सकता है. जिन लोगों को आंतों की रुकावट, धीमी आंतों की गति या निगलने में कठिनाई हो, उन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए. डायबिटीज या ब्लड प्रेशर की दवाइयां लेने वाले लोग अपने लेवल पर नजर रखें, क्योंकि ईसबगोल खाने के बाद शुगर और ब्लड प्रेशर में थोड़ा बदलाव कर सकता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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