आप भी मजे से पीते हैं नींबू पानी और सोडा तो हो जाएं सावधान, एक्सपर्ट ने बताया किडनी और हार्ट पर डालते हैं कैसा असर

सोडा, फ्रूट पंच और नींबू पानी जैसे ज्यादा मीठे ड्रिंक्स का सेवन करने वालों को लेकर विशेषज्ञों ने कहा है कि इससे दांतों में इंफेक्शन, किडनी और हृदय रोग जैसी गंभीर समस्‍याएं हो सकती हैं.

Advertisement
Read Time: 3 mins

मीठा खाने के शौकीन लोगों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है. दरअसल अपनी प्याज बुझाने के लिए सोडा, फ्रूट पंच और नींबू पानी जैसे ज्यादा मीठे ड्रिंक्स का सेवन करने वालों को लेकर के एक्सपर्ट ने कहा है कि इनका सेवन दांतों में इंफेक्शन पैदा कर सकता है. इसके साथ ही यह किडनी और हार्ट से जुड़ी बीमारियों की वजह भी बन सकता है. 'शुगर-स्वीटेड बेवरेज' (एसएसबी) ऐसे पेय पदार्थ हैं जिनमें एक्सट्रा चीनी या एक्सट्रा स्वीटनर होते हैं, जिसमें हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (एचएफसीएस), सुक्रोज या फ्रूट जूस कंसंट्रेट, नॉन-डाइट सोडा, फ्लेवर्ड जूस, एनर्जी ड्रिंक, मीठी चाय और कॉफी आदि शामिल हैं.

वडोदरा के भाईलाल अमीन जनरल हॉस्पिटल में कंसल्टेंट फिजिशियन डॉ. मनीष मित्तल ने आईएएनएस को बताया, "ये स्वीटनर एक बड़ी चिंता का विषय हैं जो मोटापा और डायबिटीज जैसी कई स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकते हैं. इसके साथ ही इसके हार्ट और किडनी पर भी गंभीर परिणाम हो सकते हैं.''

सोने से पहले एक कप गर्म पानी में मिलाकर पी लें ये पीली चीज, कमर, पेट की लटकती चर्बी हो जाएगी गायब

Advertisement

दिल्ली के सीके बिड़ला अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के लीड कंसल्टेंट डॉ. नरेंद्र सिंघला ने कहा कि फ्रुक्टोज, हाई फ्रुक्टोज कॉर्न और ब्राउन शुगर जैसे पदार्थ "मोटापे, टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं."
उन्‍होंने कहा, '' चीनी की अतिरिक्त मात्रा वजन बढ़ाने के साथ सूजन और इंसुलिन प्रतिरोधकता पैदा कर सकती है. इन जोखिमों को रोकने के लिए, बिना चीनी वाले पेय पदार्थों का सेवन करें और चीनी युक्त पेय पदार्थों का सेवन दैनिक कैलोरी की आवश्यकता के हिसाब से 10 प्रतिशत से कम रखें.''

Advertisement

अमेरिका में हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा हाल ही में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि चीनी युक्त पेय पदार्थों के अधिक सेवन से हृदय संबंधी रोग की घटनाओं और मृत्यु दर में भी वृद्धि हो सकती है. खासकर यह मधुमेह रोगियों के लिए ज्‍यादा खतरनाक हो सकता है.

Advertisement

मोटापा और बैली फैट बिगाड़ रहा है खूबसूरती तो आज से डाइट में शामिल कर लें ये 6 सब्ज़ियां, कुछ ही दिनों में नजर आने लगेगा फर्क

Advertisement

डॉ. मित्तल ने कहा, “चीनी-मीठे पेय पदार्थों का लंबे समय तक सेवन हृदय स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है. मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी मौजूदा बीमारियों से पीड़ित लोग अगर इन पेय पदार्थों का रोजाना सेवन करते हैं तो वे अधिक प्रभावित होंगे. अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही मधुमेह है और फिर भी वह इन मीठे पदार्थों का सेवन कर रहा है, तो मधुमेह स्वाभाविक रूप से नियंत्रण से बाहर हो जाएगा.'' डॉक्टर ने कहा, “यहां तक ​​कि चीनी-मुक्त सप्लीमेंट्स का सेवन भी उतना ही हानिकारक है और इसके दुष्प्रभाव भी समान हैं और यह पेट के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है.”

सिंघला ने फलों और सब्जियों जैसे मिठास के प्राकृतिक स्रोतों को चुनने और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में मिली हुई शर्करा के प्रति सचेत रहने का सुझाव दिया है. इसके साथ ही विशेषज्ञों ने बेहतर स्वास्थ्य के लिए संतुलित आहार और नियमित शारीरिक गतिविधि अपनाने को कहा है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Soulfree- Disabled Persons के समान अधिकार के लिए पहल
Topics mentioned in this article