Haldi Wala Doodh Pine Ke Fayde: हल्दी वाला दूध, जिसे आयुर्वेद में "गोल्डन मिल्क" कहा जाता है, सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है. यह एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. सर्दी-जुकाम हो या फिर कोई चोट लगी हो रात में हल्दी वाला दूध पीने से शरीर में लगी चोट और दर्द से राहत मिल जाती है. वहीं सर्दी, खांसी और जुकाम होने पर भी हल्दी वाले दूध का सेवन करने की सलाह दी जाती है. हल्दी में पाए जाने वाले एंटी बैक्टीरियल गुण दूध के साथ मिलकर सेहत को फायदा पहुंचाते हैं. यही वजह है कि हल्दी वाला दूध घरेलू नुस्खों का राजा कहा जाता है. इसे औषधि के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है. आइए जानते हैं किन लोगों को इस दूध का सेवन जरूर करना चाहिए.
किन लोगों को जरूर पीना चाहिए हल्दी वाला दूध ( Haldi Doodh Benefits)
1. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग
हल्दी वाला दूध शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को बढ़ाता है. संक्रमण, सर्दी-खांसी और फ्लू जैसी बीमारियों से बचाने में मदद करता है. ऐसे में जो लोग जल्दी बीमार पड़ते हैं और जिनकी इम्यूनिटी वीक है उनको इस दूध का सेवन जरूर करना चाहिए.
2. हड्डियों और जोड़ों में दर्द से परेशान लोग
हड्डियों और जोड़ों में दर्द से परेशान लोगों के लिए भी हल्दी वाले दूध का सेवन बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. दपअसल हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन और दूध का कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है. गठिया (आर्थराइटिस) और जोड़ों के दर्द में आराम देता है.
3. सर्दी-खांसी और गले की समस्या वाले लोग
सर्दी-खांसी और गले की समस्या वाले लोगों के लिए भी हल्दी वाले दूध का सेवन लाभदायी होता है. कई लोगों को अक्सर ही या जरा सा मौसम बदलते ही सर्दी-खांसी जैसी समस्या हो जाती है. ऐसे में उनके लिए इसका सेवन बेहद लाभदायी होता है. हल्दी वाला दूध बलगम साफ करने और गले की खराश में राहत प्रदान करता ह. इसके साथ ही यह श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है और जल्दी ठीक होने में मदद करता है.
4. त्वचा संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोग
हल्दी के एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाते हैं. यह मुंहासे, पिंपल्स और अन्य त्वचा संक्रमणों में फायदेमंद है.
5. तनाव और नींद की समस्या वाले लोग
कई लोगों को तनाव और नींद नाआने की समस्या रहती है, ऐसे लोगों के लिए भी हल्दी वाले दूध का सेवन बेहद लाभदायी हो सकती है. बता दें कि हल्दी वाला दूध मस्तिष्क को शांत करता है और अच्छी नींद लाने में मदद करता है. इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण तनाव को कम करने में सहायक होते हैं.
सावधानियां:
हल्दी वाला दूध अत्यधिक मात्रा में नहीं पीना चाहिए. गर्भवती महिलाएं, पित्त की समस्या वाले लोग, या जिन्हें हल्दी से एलर्जी हो, वे इसे डॉक्टर की सलाह पर ही लें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)