FSSAI Strict Warning On Mango Ban: आम का मौसम है. इस मौसम में मिलने वाले आम का इंतजार हम सभी साल भर करते हैं. क्योंकि गर्मी में हमें फ्रेश और स्वादिष्ट आम खाने को मिलते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप जो आप खा रहे हैं वो फ्रेश हैं या आर्टिफिशियल तरीके से पकाए गए हैं. जी हां आर्टिफिशियल तरह से फलों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग किया जाता है. फलों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड के यूज पर बैन है. लेकिन इसके बावजूद इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल होता है. कई व्यापारी आम को आर्टिफिशियल तरह से पका कर बाजार में बेच देते हैं. ऐसे में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) अलर्ट हो गया है. भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने फल और खाद्य व्यापारियों से फल पकाने के लिए 'कैल्शियम कार्बाइड' का इस्तेमाल नहीं करने को कहा है. साथ ही एफएसएसएआई ने पकाने वाले कमरों को चलाने वाले व्यापारियों/फल संचालकों/खाद्य व्यवसाय संचालकों (एफबीओ) को भी सचेत किया है. एफएसएसएआई ने राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा विभागों को सतर्क रहने का आदेश दिया है. साथ ही एफएसएसएआई ने गैरकानूनी कामों में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई का भी निर्देश दिया है.
आपको बता दें कि एफएसएसएआई ने कहा, इन्हें 'मसाला' के नाम से भी जाना जाता है. इससे चक्कर आना, बार-बार प्यास लगना, जलन, कमजोरी, निगलने में कठिनाई, उल्टी और त्वचा के अल्सर आदि जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
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भारत में मिलते हैं कई तरह आम- Mango Varieties Types of Mangoes:
1. अल्फांसो आम-
यह महाराष्ट्र का लोकप्रिय आम है और इसे 'हापूस' भी कहा जाता है. इसका दूसरा नाम रत्नागिरी है.
2. चौसा-
चौसा आम उत्तर भारत और बिहार में पाया जाता है.
3. केसर आम-
केसर आम गुजरात की प्रमुख प्रजाति है जो कि अहमदाबाद के आसपास उगाया जाता है.
4. लंगड़ा आम-
आम की कुछ मशहूर किस्म में से एक लंगड़ा आम है जो कि उत्तर प्रदेश के बनारस में मुख्य तौर पर उगाया जाता है
5. सफेदा आम-
सफेदा आम उत्तर प्रदेश की प्रमुख प्रजाति है.
6.दशहरी-
उत्तर प्रदेश के सबसे प्रमुख आम प्रजातियों में दशहरी का नाम शामिल है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)