Egg Yolk: संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे. लेकिन कुछ समय से अंडे को लेकर के लोगों के बीच एक डर का बन गया है कि इसको खाने से कैंसर रोग हो रहा है. लेकिन FSSAI ने इस धारणा को गलत बताया है. लेकिन फिर भी कुछ लोग इसको खाने से डर रहे हैं. वहीं कुछ न्यूट्रिशनिस्ट ने भी अंडे के पीले भाग को खाने को लेकर कई तरह के भ्रम फैला दिए है. जिसकी वजह से ये कंफर्ट फूड कुछ लोगों की प्लेट से गायब हो रहा है. लेकिन डॉ शुभम वत्स ने अंडे को लेकर फैले हुए इस मिथ के बारे में खुल कर बात की है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक रील शेयर की है जिसमें अंडे को लेकर के उन्होंने कुछ ऐसी बातें बताई हैं जिनको जानने के बाद आप भी इसका सेवन करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे.
डॉ वत्स ने बताया कि अंडे के पीले भाग को विलेन बनाना न्यूट्रिशनिस्ट का चलाया हुआ सबसे बड़ा स्कैम है. आपका लिवर आपकी बॉडी का 80 % कोलेस्ट्रॉल खुद बनाता है. जो डाइटरी कोलेस्ट्रॉल आप अंडे के पीले भाग से लेते हो वो ब्लड कोलेस्ट्रॉल को हार्डली इफेक्ट करता है. डेढ़ लाख लोगों की लार्ज स्टडी ने क्लियरली दिखाया है कि एक अंडा रोज खाने से ना तो हार्ट अटैक या स्ट्रोक का रिस्क बल्कि इसका पीला भाग एचडीएल यानि गुड कोलेस्ट्रॉल को इम्प्रूव करता है और इसमें लूटीन होता है, कोलन होता है और एसेंशियल विटामिन्स भी होते हैं जो हार्ट, लिवर और ब्रेन हेल्थ को सपोर्ट करते हैं तो रियल प्रॉब्लम योक नहीं है. वो कुकिंग स्टाइल में है, लोग इसको बटर के साथ मलाई के साथ एक्स्ट्रा तेल डाल के अंडा बनाते हैं और फिर कहते हैं हमें दिक्कत होगी. अगर आप एक हेल्थी नॉन डायबिटिक नॉन हाइपरटेंसिव एडल्ट हो आप आराम से तीन अंडे हर रोज खा सकते हैं.
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कई सालों तक अंडे की जर्दी को दिल के लिए नुकसानदायक माना जाता रहा, लेकिन आधुनिक विज्ञान ने इस मिथक को पूरी तरह गलत साबित कर दिया है. असल में, हमारे शरीर का ज़्यादातर कोलेस्ट्रॉल लिवर खुद बनाता है. इसलिए अंडे की जर्दी से मिलने वाला डायटरी कोलेस्ट्रॉल खून में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बहुत कम ही प्रभावित करता है. रिसर्च के अनुसार, रोज़ 1 से 2 अंडे खाने से हार्ट डिज़ीज़ का खतरा नहीं बढ़ता. बल्कि अंडे की जर्दी शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करती है और इसमें ऐसे ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं जो दिमाग, लिवर और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














