मूली गैस बढ़ाती है या Gas का इलाज है ये? आचार्य बालकृष्ण ने बताया मूली खाने का सही तरीका

Radish Benefits | Mooli Khane Se Kya Hota Hai: मूली खाने को लेकर ज्यादातर लोग कन्फ्यूज रहते हैं. मूली गैस बढ़ाती है या गैस का इलाज करती है? आइए जानते हैं आचार्य बालकृष्ण ने क्या कहा.

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Radish Benefits: मूली खाने से क्या होता है?

Radish for Gas: सर्दियों का मौसम आते ही बाजार में ताजे फल और सब्जियों की बहार आ जाती है, जिनमें सबसे खास होती है मूली. सफेद, कुरकुरी और पानी से भरपूर यह सब्जी हर किसी की थाली में किसी न किसी रूप में जरूर नजर आती है. लेकिन कई लोग इसे खाने से बचते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि मूली गैस बनाती है, डकारें बढ़ाती है और पेट में भारीपन लाती है. वहीं दूसरी तरफ, कई लोग मूली को पेट साफ करने और गैस कम करने में बेहद फायदेमंद मानते हैं. आखिर सच क्या है?

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण बताते हैं कि मूली एक अत्यंत पोषक और शरीर को साफ करने वाली सब्जी है. यह लिवर को साफ करती है, कब्ज दूर करती है और पाचन को सक्रिय करती है. लेकिन, इसका असर हर व्यक्ति पर अलग तरीके से दिखाई देता है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे कैसे और कब खाते हैं. मूली में सल्फर, प्राकृतिक एंजाइम और भरपूर फाइबर मौजूद होते हैं. यही तत्व जहां एक ओर गैस कम करने का काम करते हैं, वहीं कमजोर पाचन वाले लोगों में रिएक्शन करके गैस और अपच भी बढ़ा सकते हैं.

मूली गैस बढ़ाती क्यों है? आचार्य बालकृष्ण की राय (Why does radish increase gas?)

मूली में मौजूद सल्फर कंपाउंड आंतों में मौजूद बैक्टीरिया के साथ रिएक्ट होकर गैस बना सकता है. इसके अलावा:

  • कमजोर पाचन वाले लोगों में मूली को पचाने में ज्यादा समय लगता है.
  • पाचन एंजाइम कम होने पर मूली आंतों में फर्मेंट होकर गैस बना सकती है.
  • सुबह खाली पेट या रात में मूली खाने से भारीपन और अम्लता बढ़ती है.
  • गलत समय पर खाने से शरीर का pH असंतुलित होने लगता है.

यानी मूली खुद गैस नहीं बढ़ाती, गलत तरीके से खाने पर यह गैस का कारण बन सकती है.

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मूली गैस का इलाज कैसे करती है? | How does radish treat gas?

सही ढंग से खाई जाए तो मूली:

  • पेट की सफाई करती है.
  • कब्ज दूर करती है.
  • लिवर को डिटॉक्स करती है.
  • पाचन एंजाइम को सक्रिय करती है.
  • गैस बनने वाली गंदगी को बाहर निकालती है.

इसलिए पाचन मजबूत हो तो मूली गैस को खत्म करने में मदद करती है.

आयुर्वेद के अनुसार मूली खाने का सही तरीका | Right way to eat radish according to Ayurveda

आचार्य बालकृष्ण के अनुसार:

दोपहर में मूली खाएं. इस समय पाचन अग्नि सबसे मजबूत होती है.
सुबह खाली पेट मूली न खाएं. इससे एसिडिटी और गैस बढ़ सकती है.
रात में मूली खाने से बचें. यह भारी होती है और पचने में समय लेती है.
सलाद में अंत में खाएं. भोजन के बाद मूली बेहतर तरीके से पचती है.
नाश्ते में खाएं तो एक घंटे तक कुछ न लें, पाचन को समय मिलता है.

सर्दियों की यह सरल सी सब्जी अगर सही तरीके से खाई जाए, तो यह गैस बनाने वाली नहीं, बल्कि गैस दूर करने वाली दवा बन सकती है. मूली को सही समय पर और बैलेंस मात्रा में खाकर आप पाचन को हमेशा स्वस्थ रख सकते हैं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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