डायबिटीज में कौन सी दालें खानी चाहिए, डॉक्टर ने बताई पूरी लिस्ट जिसको खाने से कंट्रोल रहेगी Diabetes

Diabetes Me Kaun Si Dal Khani Chaiye: डायबिटीज एक ऐसी हेल्थ कंडीशन है जिसमें शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता है, जिसकी वजह से खून में ग्लूकोज का लेवल बढ़ने लग जाता है. बता दें कि इस बीमारी में डाइट का रोल बेहद अहम होता है, क्योंकि जो भी खाना हम खाते हैं- वही तय करता है कि हमारी ब्लड शुगर लेवल कितनी स्थिर रहेगी.

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Dal For Diabetes: डायबिटीज में कौन सी दाल खानी चाहिए.

Diabetes Me Kaun Si Dal Khani Chaiye: डायबिटीज एक ऐसी हेल्थ कंडीशन है जिसमें शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता है, जिसकी वजह से खून में ग्लूकोज का लेवल बढ़ने लग जाता है. बता दें कि इस बीमारी में डाइट का रोल बेहद अहम होता है, क्योंकि जो भी खाना हम खाते हैं- वही तय करता है कि हमारी ब्लड शुगर लेवल कितनी स्थिर रहेगी. इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए सही खाना और सही मात्रा में खाना दोनों बहुत जरूरी होता है. आपने अक्सर सुना होगा “दाल-रोटी खाओ प्रभु के गुण गाओ” और ये बात एकदम सही है. दाल सिर्फ सस्ती नहीं, बल्कि शरीर के लिए एक भी बेहद लाभदायी है ये कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर है. डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया कि कैसे प्रोटीन और फाइबर से भरपूर दालों का सेवन आपके ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) को कम करने में मदद करता है. इसका मतलब ये है कि ये शरीर में धीरे-धीरे पचती हैं, जिससे ब्लड शुगर अचानक से नहीं बढ़ता है.

चलिए जानते हैं उन 5 दालों की जो डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे बेहतर मानी जाती हैं. हम इनकी नंबरिंग नीचे से ऊपर करेंगे जिससे आप जान पाएंगे कि किस दाल का सेवन ज्यादा फायदेमंद है.

नंबर 5 – चना (Chickpeas)

चना यानी कि काबुली या देसी चना दोनों का ही सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इनका GI 28–33 के बीच होता है, जो लो कैटेगरी में आता है. वही चने में पाए जाने वाले फाइबर और प्रोटीन आपके पाचन को स्लो करने में मदद करते हैं. जिससे ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ती है. रिसर्च्स के मुताबिक, हर रोज चना खाने से इंसुलिन रेजिस्टेंस कम होता है, जिसका मतलब है कि शरीर में इंसुलिन का काम बेहतर होने लगता है.

देसी चना, काबुली चने की तुलना में थोड़ा ज्यादा हेल्दी माना जाता है, लेकिन दोनों ही डायबिटिक मरीज खा सकते हैं. इन्हें उबालकर, सलाद या करी के रूप में खाया जा सकता है.

नंबर 4 – मूंग की दाल (Green Gram)

आपको बता दें कि मूंग दाल दो तरह की होती है, एक जिसमें छलिका होता है और दूसरी छिलका उतरी हुई पीले रंग की दाल. डायबिटीज के मरीजों के लिए हरी मूंग की दाल यानि छिलके वाली मूंग दाल का सेवन ज्यादा फायदेमंद है, क्योंकि छिलके में मौजूद फाइबर ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद करता है. इस दाल का GI लगभग 38 होता है. हरी मूंग दाल में एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, प्रोटीन और मिनरल्स होते हैं, जो हार्ट हेल्थ को भी सपोर्ट करते हैं. जो लोग डायबीटिक हैं और वो प्रेगनेंट हैं और कमजोरी की शिकार हैं तो इस दाल का सेवन आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है. ऐसे में हफ्ते में 2–3 बार मूंग दाल का सेवन जरूर करें.

नंबर 3 – राजमा और काले सेम (Kidney Beans & Black Beans)

राजमा और ब्लैक बीन्स दोनों ही लो GI फूड्स हैं (GI लगभग 19) और डायबिटीज कंट्रोल में बेहद असरदार हैं. ये फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर में ब्लड शुगर को स्थिर रखते हैं और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करते हैं. इन दालों को पकाते समय एक बात का ध्यान जरूर करें कि इन्हें पकाने से पहले कुछ घंटों तक पानी में भिगोकर रखें और पूरी तरह गलने तक इनको पकाएं. कम पके हुए राजमा या काले सेम पेट के लिए हानिकारक हो सकते हैं. इसलिए सही तरीके से पके हुए ये दोनों फूड डायबिटिक डाइट में शामिल करने के लिए बिल्कुल परफेक्ट हैं.

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नंबर 2 – मसूर की दाल (Red Lentils)

मसूर दाल का GI सिर्फ 25 होता है, यानी यह ब्लड शुगर को बहुत धीमे बढ़ाती है. इसमें आयरन, बी-विटामिन्स, फोलेट और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. डायबिटिक लोगों के लिए यह एक संपूर्ण पौष्टिक भोजन है. इसे हेल्दी बनाने के लिए कम तेल का उपयोग करें और इसमें जीरा, हल्दी, लहसुन और हींग जैसे मसाले डालें. यह दाल स्वादिष्ट होने के साथ-साथ ब्लड शुगर को भी कंट्रोल में रखती है.

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नंबर 1 – चने की दाल (Bengal Gram Dal)

डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे बेस्ट दाल है चने की दाल!इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स सिर्फ 8 होता है, यानी ये ब्लड शुगर को लगभग न के बराबर बढ़ाती है.
चने की दाल में फाइबर, प्रोटीन और फॉलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके साथ ही इसका सेवन नई ब्लड सेल्स को बनाने में मदद करती है, नसों को मजबूत बनाती है और कमजोरी को दूर करने में मदद करती है.

 डायबिटिक डाइट मे रखें इन बातों का ख्याल

1. पोर्शन को कंट्रोल मे रखें - अपनी प्लेट का 50% हिस्सा सब्जियों और सलाद को दें, 25% हिस्सा दाल या प्रोटीन को, और बाकी 25% मिलेट या देसी आटे की रोटी को.

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2. बैलेंस्ड मील लें - अपने हर खाने की थाली में थोड़ा कार्बोहाइड्रेट, हेल्दी फैट और पर्याप्त प्रोटीन व फाइबर जरूर शामिल करें.

3. अपनी बॉडी को समझें - हर व्यक्ति की डायबिटीज की कंडीशन अलग-अलग होती है, इसलिए अपनी जरूरत के अनुसार डाइट तय करें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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