Foods For Eye Health in Hindi: आज के समय में आंखों की समस्याएं काफी देखने को मिलती है. घंटों कम्प्यूटर पर ऑफिस का काम करना हो या मोबाइल पर गेम खेलना आंखों को कमजोर बना रहा है. आंखों में लगा मोटा चश्मा कई बार नाक के पास गहरे निसान छोड़ देता है. बार-बार चश्मे का नंबर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में आंखों को बचाने के लिए क्या करें. असल में आंखें कमजोर होने का एक कारण हमारा गलत खान-पान भी है. असल में आंखें (Diet For Eyesight) हमारे शरीर का सबसे नाज़ुक और महत्वपूर्ण अंग हैं. इन्हीं आंखों से हम दुनिया की अच्छी और बुरी चीजों को देख पाते हैं. इसलिए आंखों की देखभाल करना बेहद जरूरी है. अगर आप अपनी आंखों (Ankhon Ki Roshni) को कमजोर होने से बचाना चाहते हैं तो अपने खान-पान का खास ख्याल रखें. आंखों को स्वस्थ रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करें. आपको बता दें कि पोषक तत्व न केवल शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं बल्कि, आंखों को भी खराब होने से बचा सकते हैं. तो चलिए जानते हैं ऐसे फूड्स के बारे में जो आंखों में लगे चश्मे का नंबर घटाने में मदद कर सकते हैं.
चश्मे का नंबर घटाने के लिए क्या खाएं- (chashme ka number kaise kam kare)
1. संतरा-
संतरे को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. संतरे में पाए जाने वाले गुण आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
2. शकरकंद-
शकरकंद में पाया जाने वाला विटामिन ए आंखों को स्वस्थ रखने और आंखों की रोशनी में सुधार करने में मदद कर सकता है.
3. हरी पत्तेदार सब्जियां-
हरी सब्जियों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. हरी सब्जियों के सेवन से आंखों की रोशनी को बढ़ाया जा सकता है. हरी पत्तेदार सब्जियों (Green Vegetables For Eyes Health) में आयरन और विटामिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने और स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं.
4. नट्स-
नट्स में विटामिन ई के अलावा भी कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई अन्य लाभ पहुंचाने में मदद कर सकते हैं.
5. अंडा-
अंडे में अमीनो एसिड, प्रोटीन, सल्फर, लैक्टिन, ल्युटिन, सिस्टीन और विटामिन बी2 होता है. विटामिन बी सेल के कार्य करने में महत्वपूर्ण होता है. अंडे का सेवन आंखों की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)