High BP को Normal करने में मदद करेंगे ये आयुर्वेदिक फूड, जानें क्या और कैसे है खाना

High BP Kaise Control Kare: हाई बीपी को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है. इसलिए इसको कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं अगर बीपी हाई हो जाए तो इसको कंट्रोल में करने के लिए क्या खाना चाहिए.

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High Blood Pressure: हाई ब्लड प्रेशर को कैसे कंट्रोल करें.

आजकल की जीवनशैली और खानपान ने मानव शरीर को कई रोगों से ग्रस्त कर दिया है. छोटी उम्र में ही बड़ी उम्र की बीमारियां होने लगी हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट की मानें तो आज के समय में उच्च रक्तचाप की समस्या से देश के 30 फीसदी युवा जूझ रहे हैं. कुछ लोग उच्च रक्तचाप को बीमारी ही नहीं मानते और कुछ लोगों को इस बीमारी के बारे में जानकारी ही नहीं है कि कैसे ये "साइलेंट किलर" की तरह शरीर को अंदर से खोखला कर देता है.

आयुर्वेद में उच्च रक्तचाप को वात दोष का असंतुलन माना गया है. शरीर में जब वात दोष ज्यादा बढ़ने लगता है तो उच्च रक्तचाप की समस्या धीरे-धीरे बनने लगती है. इसमें बैचेनी होना, घबराहट होना, और सिर में दर्द होना जैसे लक्षण दिखते हैं, लेकिन इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें, क्योंकि ये पूरे शरीर को प्रभावित करते हैं. उच्च रक्तचाप में ब्रेन हेमरेज, किडनी फेलियर, आंखों की रोशनी चली जाना, नाक से लगातार खून बहना और हार्ट अटैक तक आ सकता है. ऐसे में रक्तचाप का सामान्य होना बहुत जरूरी है.

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तुलसी और लौकी 

आयुर्वेद में उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के कई उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से काफी हद तक इसपर नियंत्रण पाया जा सकता है. लौकी और तुलसी का जूस इस स्थिति को नियंत्रित करता है. 

कैसे बनाएं 

  • लौकी 
  • तुलसी की पत्तियां

इसके लिए आपको लौकी को धोकर साफ कर लेना है और इसे छीलकर लौकी का जूस निकाल लें. अब आधा कप जूस में उसमें चार से पांच तुलसी की पत्तियों को तोड़कर डालें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें. ये जूस कफ और वात दोष को नियंत्रित करता है और दिल और पेट दोनों को ठंडक देता है.

सर्पगंधा की जड़

सर्पगंधा की जड़ हाई बीपी में ज्यादा फायदेमंद होती है. चाहें तो आप बाजार में मिलने वाले चूर्ण का भी इस्तेमाल भी कर सकते हैं. ये उच्च रक्तचाप के बढ़ने की गति को नियंत्रित करता है.

कैसे करें सेवन

  • पानी
  • सर्पगंधा की जड़

इसके लिए आप रात को सोने से पहले सर्पगंधा की जड़ों को पानी में भिगोकर रख दें और सुबह उठने के बाद इस पानी को उबालकर छाल नें और खाली पेट सेवन करें. 

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आंवला और शहद

आंवला और शहद का सेवन भी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है. ये दोनों शरीर की रोग प्रति प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. 

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कैसे करें सेवन

  • शहद
  • आंवला पाउडर

इसके लिए आप रोज सुबह एक चम्मच आंवले का चूर्ण को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर खाना चाहिए. ये आपके दिल को ठीक करने का काम करेगा.

इसके अलावा शोधन क्रिया भी कर सकते हैं, जो पूरे शरीर की गंदगी को बाहर निकालने का काम करेगी और कई रोगों से बचाएगी. उच्च रक्तचाप की समस्या में ज्यादा तनाव लेने से बचें. साथ ही सिगरेट, शराब और कैफीन का सेवन न करें. इसमें नींद का पूरा होना भी जरूरी है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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