Honey vs Sugar Calories: हेल्दी खाने की कोशिश में हम अक्सर खुद को शुगर की समस्या से जूझते हुए पाते हैं. एक ओर हम सेहत पर चीनी के प्रभाव के बारे में गंभीर चेतावनियां सुनते हैं. दूसरी ओर हमें एक मीठा विकल्प मिलता है जो खाने में अच्छा लगता है वह है शहद, लेकिन क्या शहद सचमुच हमारी शुगर की समस्या को हल कर सकता है या ये सिर्फ एक और स्वीट मिथ है? आइए जानते हैं कि क्या शहद का सेवन सेहत और डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छा है.
शहद और चीनी क्या खाना चाहिए? | What Should One Eat With Honey And Sugar?
शहद: ये मधुमक्खियों द्वारा फूलों के रस से निकाला एक नेचुरल स्वीटनर है. शहद में ग्लूकोज और फ्रुक्टोज होता है, जो इसे टेबल शुगर की तुलना में ज्यादा मीठा बनाता है. इसमें विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो मधुमक्खियों द्वारा देखे जाने वाले फूलों के प्रकार के आधार पर अलग होता है.
चीनी: जब हम चीनी के बारे में बात करते हैं, तो हमारा मतलब अक्सर प्रोसेस्ड सफेद चीनी से होता है, जो गन्ने या चुकंदर से बनती है. ये स्वीटनर शुद्ध सुक्रोज है, जिसमें प्रोसेसिंग के दौरान पोषक तत्व हट जाते हैं.
सामान्य तौर पर, चीनी की तुलना में शहद बेहतर विकल्प है. यह कई पोषक तत्व प्रदान करता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है, लेकिन क्या वजन घटाने के लिए डायबिटीज डाइट में चीनी की जगह पर शहद का उपयोग करना एक अच्छा विचार है?
"बिल्कुल भी नहीं!" न्यूट्रिशनिष्ट मैक सिंह का कहना है कि हममें से कई लोग जिस बुलबुले में रह रहे हैं, उसे फोड़ रहे हैं. एक इंस्टाग्राम पोस्ट में, न्यूट्रिशनिष्ट ने कुछ ठोस तर्क दिए. चलो देखते हैं.
क्या शहद खाना हेल्दी है? | Is It Healthy To Eat Honey?
1. शहद में शुगर की तुलना में ज्यादा कैलोरी होती है
न्यूट्रिशनिष्ट ने बताया कि एक चम्मच शहद में 64 कैलोरी होती है और अगर आप एक चम्मच चीनी लेते हैं, तो इसमें 48 कैलोरी होती है, जो शहद में कैलोरी की मात्रा से बहुत कम है। हैरान? जब हमने यह देखा तो हम भी ऐसे ही थे।
2. शहद में चीनी की तुलना में ज्यादा कार्ब्स होते हैं
वेट लॉस डाइट में कार्ब्स का बहुत महत्व है. हमारा उद्देश्य तेजी से वजन कम करने के लिए कम कार्ब्स का सेवन करना है, लेकिन अगर आप अपनी डाइट में शुगर की जगह शहद लेते हैं, तो आप ज्यादा कार्ब्स का सेवन कर सकते हैं. न्यूट्रिशनिष्ट ने शेयर किया कि शहद में 17 ग्राम कार्ब्स होते हैं जबकि चीनी 14 ग्राम कार्ब्स होते हैं. अंतर ज़्यादा नहीं है, लेकिन है.
3. ग्लाइसेमिक इंडेक्स लगभग एक जैसा है
हां, मैक सिंह का कहना है कि शहद और चीनी के ग्लाइसेमिक इंडेक्स में ज्यादा अंतर नहीं है, इसलिए आप कह सकते हैं कि यह लगभग एक जैसा है. इसलिए, शहद डायबिटीज डाइट के लिए बेहतर साबित नहीं होता है.
रुकिए, लेकिन शहद से मिलने वाले पोषण के बारे में क्या? शहद हाई आयरन, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों का पावरहाउस है, लेकिन हम इसका ज्यादा मात्रा में सेवन नहीं करते हैं (और नहीं करना चाहिए), इसलिए हम कम नुकसान झेलते हैं.
अगर बैलेंस डाइट के लिए कम मात्रा में उपयोग किया जाए तो शहद चीनी का एक स्वादिष्ट और हेल्दी विकल्प है, लेकिन डायबिटीज रोगियों के लिए शहद और रेगुलर शुगर दोनों को समान तरीके से मेटाबॉलाइज किया जाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा होता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)