Weight Gain Tips: कितना भी खाना खा लो वेट बढ़ता ही नहीं है. पतले लगते हो, थके हुए दिखते हो, जोड़ों से कट कट की आवाजें आती रहती हैं. 90% चांसेस हैं कि इसका असली रीजन आपका खाना नहीं आपकी बॉडी टाइप है. और अगर आप अंडरवेट हैं, बहुत ज्यादा पॉसिबिलिटी इस बात की भी है कि आप वात बॉडी टाइप के हैं. जी हां, आयुर्वेद कहता है कि अगर आप पतले और वीक रहते हैं हर टाइम, तो इसका सीधा-सीधा कनेक्शन है आपके दोष के साथ. आज इस आर्टिकल में डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया है कि आप कैसे अपने वात दोष के टाइप को समझ सकते हैं और इसको समझकर आप कैसे अपने वजन को हेल्दी तरीके से बढ़ा सकते हैं.
वात बॉडी टाइप क्या होता है?
आयुर्वेद कहता है कि वात बॉडी टाइप की चार खासियतें होती हैं. आप इसे शॉर्ट फॉर्म में डीएलसीएफ के नाम से समझ सकते हैं. डी फॉर ड्राई, एल फॉर लाइट, सी फॉर कोल्ड, एफ फॉर फास्ट. अब आपको ये पता होना चाहिए कि आपको इसे कैसे चेक करना है.
डी फॉर ड्राई
सबसे पहले डी फॉर ड्राई की बात करते हैं. डी फॉर ड्राई यानी ड्राईनेस, सूखापन. वात बॉडीज हमेशा सूखी-सूखी होती हैं. स्किन रफ होती है और लिप्स हमेशा फटे हुए रहते हैं. एक और बड़ी अजीब सी चीज यह भी है कि वात लोगों के जॉइंट्स भी बहुत ज्यादा ड्राई होते हैं. इसलिए उनके घुटनों या फिर कंधे से अक्सर कट कट की आवाजें आती रहती हैं.
एल यानी लाइटनेस
दूसरी चीज है एल यानी लाइटनेस. वात दोष वाले जो लोग होते हैं उनका फ्रेम नेचुरली बहुत पतला होता है. हल्का-फुल्का होता है. आपने देखा होगा ऐसे लोग काफी ज्यादा स्लिम और नाजुक से दिखते हैं. अगर वेट गेन उनके अंदर होता भी है तो ज्यादातर पेट के चारों तरफ फैट जमा होता है. बॉडी के बाकी पार्ट्स पे जमा नहीं होता है.
सी यानी कोल्ड
सी यानी कोल्ड की अगर बात करें तो ये इनकी तीसरी क्वालिटी है. वात बॉडीज को ठंड हमेशा ज्यादा लगती है. जब दूसरे लोग ठंडी में हवा को एंजॉय कर रहे होते हैं. शिमला मनाली जाके घूमते हैं तो वात दोष वाले स्वेटर और ब्लैंकेट में छिपे हुए बैठते हैं. एयर कंडीशंड ऑफिस में या फिर फ्लाइट में भी ऐसे लोग अनकंफर्टेबल फील करते हैं.
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एफ फॉर फास्ट
एफ फॉर फास्ट की बात करें तो यह भी बहुत ही इंटरेस्टिंग पॉइंट है. ऐसे लोग हमेशा चंचल होते हैं. उनके हाथ पैर जो होते हैं कंटीन्यूअसली इधर-उधर चलते रहते हैं. मतलब ऐसा लगता है कुछ उनके अंदर है. एक जगह ज्यादा देर बैठकर वो टिकते नहीं है और उनका दिमाग भी जो होता है वो एक से दूसरी थॉट पे बड़ी जल्दी जंप करता रहता है. उल्टा सीधा कुछ-कुछ सोचते रहते हैं. आपने देखा होगा कुछ लोग एक टॉपिक पर बात करते-करते अचानक से दूसरे टॉपिक पे चले जाते हैं. दूसरे से तीसरे पे चले जाते हैं. समझ नहीं आता कि बात क्या करना चाह रहे हैं. यही वात दोष की विंडी एनर्जी होती है.
वजन बढ़ाने के लिए क्या खाएं (What to Eat for Weight Gain)
वैसे तीन बड़ी ऐसी गलतियां जो कि हर एक वात दोष वाला इंसान करता है और इसी वजह से उनका वेट कभी भी बढ़ता नहीं है. आइए जानते हैं कि कौन से ऐसे फूड्स हैं जो कि वात दोष वाले लोगों को खाने चाहिए ताकि उनका वजन बढ़ सके.
ऑइल्स और फैट्स
वात दोष के लिए तेल और घी दवा की तरह होते हैं. ऐसे में तिल का तेल और मस्टर्ड ऑयल या फिर बटर और देसी घी आपको अपने खाने में जरूर खाना चाहिए. क्योंकि यह आपके जॉइंट्स को लुब्रिकेट करते हैं और डाइजेशन को भी इंप्रूव करते हैं.
फ्रूट्स
फल जैसे कि केला, चीकू, मैंगो, अंजीर और खजूर. यह सभी चीजें नेचुरली हैवी और ऑयली होती हैं और इसीलिए वात दोष के लोगों को वेट गेन करने में यह बहुत ज्यादा हेल्प करती हैं. सिर्फ एक केला और चार खजूर रोज अगर आप खाना शुरू कर दें तो इससे आपका वेट कुछ ही हफ्तों में बढ़ने लगेगा.
सब्जियां
वेजिटेबल्स जैसे कि शकरकंदी, कद्दू, गाजर, गोभी और चुकंदर. यह जितनी भी चीजें जो जमीन के अंदर पैदा होती हैं, यह भी आपके अंदर ग्राउंडिंग और नरिशिंग प्रॉपर्टीज पैदा करती हैं. तो, इन्हें भी आपको जरूर खाना चाहिए.
सूपी मील्स
सूपी मील्स जैसे कि खिचड़ी, दाल या फिर हल्की-फुल्की करीज मतलब बिना मिर्च मसालों की. यह आपके डाइजेशन को स्टार्ट करती हैं और वात के लिए खासतौर से सूप और खिचड़ी बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है. यह आपको कम से कम हफ्ते में तीन-चार बार जरूर खानी चाहिए.
हेल्दी स्नैक्स
हेल्दी स्नैक्स जैसे कि नट सीड्स लड्डू, केला विद पीनट बटर या फिर वार्म जिंजर टी. तो अगर आप थोड़ा सा अपनी डाइट को मॉडिफाई कर लें तो आपके वात दोष में आप बहुत अच्छे रिजल्ट्स पा सकते हैं. अपने वेट को इजीली बढ़ा सकते हैं और उसको मेंटेन भी रख सकते हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














