कुश्ती महासंघ के खिलाफ पहलवान प्रदर्शन कर रहे हैं.
दिल्ली में जंतर मंतर पर लगातार दूसरे दिन गुरुवार को करीब 200 भारतीय पहलवानों ने धरना दिया. इधर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने देर रात आंदोलन कर रहे खिलाड़ियों से मुलाकात की, पहलवानों से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए आरोप गंभीर हैं. जानकारी के अनुसार खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों से बृजभूषण शरण सिंह के जवाब का इंतज़ार करने के लिए कहा है . मंत्रालय ने बृजभूषण सिंह को जवाब देने के लिए 72 घंटे का वक़्त दिया है. मंत्री ने पहलवानों को जवाब के बाद सख़्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. हालांकि खिलाड़ी इस्तीफे से कम पर मानने के लिए तैयार नहीं हैं. साथ ही उनकी मांग है कि कुश्ती संघ को भी भंग किया जाए.
- देश के लिए कई पदक जीतने वाले बजरंग पुनिया, विनेश फोगट और और साक्षी मलिक ने कहा कि हमें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है. अब तक केवल आश्वासन मिला है. कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. हम तब तक नहीं छोड़ेंगे जब तक कि महासंघ के प्रमुख को हटा नहीं दिया जाता है और वो जेल नहीं जाते हैं. हमारे पास सबूत के साथ 5-6 लड़कियां हैं. अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो हम पुलिस के पास जाएंगे.
- दिल्ली के जंतर मंतर पर लगभग 200 अन्य लोगों के साथ अपने धरने के दूसरे दिन की समाप्ति से पहले मीडिया से बात करते हुए देश के दिग्गज पहलवानों में से तीन ने कहा कि "हम कानूनी रास्ता नहीं अपनाना चाहते थे क्योंकि हमें प्रधानमंत्री में विश्वास था."
- खिलाड़ियों का बयान बबीता फोगट के टिप्पणी के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि मैं पहले पहलवान हूं. भाजपा सरकार पहलवानों के साथ है. मैं सुनिश्चित करूंगा कि आज ही कार्रवाई हो. मैं पहलवान हूं और मैं सरकार में भी हूं, इसलिए मध्यस्थता करना मेरी जिम्मेदारी है.आग के बिना धुआं नहीं होता.
- इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की प्रमुख पीटी उषा ने गुरुवार को कहा कि IOA अध्यक्ष के रूप में, मैं सदस्यों के साथ पहलवानों के वर्तमान मामले पर चर्चा कर रही हूं और हम सभी के लिए एथलीटों का कल्याण और भलाई सर्वोच्च प्राथमिकता है. हम एथलीटों से अनुरोध करते हैं कि वे आगे आएं और अपनी चिंताओं को हमारे साथ रखें. हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए पूरी जांच सुनिश्चित करेंगे. हमने भविष्य में उत्पन्न होने वाली ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई के लिए एक विशेष समिति गठित करने का भी निर्णय लिया है.
- खेल मंत्रालय ने बुधवार को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) से 72 घंटे के भीतर आरोपों का जवाब देने के लिए कहा था. बताते चलें कि कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगट, भारत की सबसे सम्मानित महिला पहलवानों में से एक और बबीता फोगट की चचेरी बहन है.
- भाजपा सांसद और डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह ने आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा, "यौन उत्पीड़न के सभी आरोप झूठे हैं, और अगर वे सही पाए गए तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. मैंने बजरंग पुनिया सहित कई पहलवानों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया."
- फोगट ने दिल्ली के जंतर मंतर पर एक सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन में ब्रजभूषण सिंह और प्रशिक्षकों के खिलाफ कई अन्य शीर्ष पहलवानों के समर्थन में आरोप लगाए. उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय शिविरों में कोचों और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष द्वारा महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया गया है. मैं राष्ट्रीय शिविर में कम से कम 10-20 लड़कियों को जानती हूं, जिन्होंने आकर मुझे अपनी कहानियां सुनाई हैं."
- फोगट ने कहा कि कई पहलवान आगे आने से डरते थे. वे अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण डरे हुए हैं. वे उनसे लड़ नहीं सकते, क्योंकि वे शक्तिशाली हैं. कुश्ती हमारी एकमात्र आजीविका है, और वे हमें ऐसा नहीं करने दे रहे हैं. हमारा एकमात्र विकल्प मरना है.
- साथी पहलवान और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक, जो विरोध का हिस्सा थीं, उन्होंने आरोपों का समर्थन किया. उन्होंने ट्वीट किया, "एथलीट देश के लिए पदक जीतने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन महासंघ ने हमें निराश करने के अलावा कुछ नहीं किया."
- ये आरोप देश की राष्ट्रीय साइकिलिंग टीम के कोच को यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद बर्खास्त किए जाने के महीनों बाद आए हैं.
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