2024 के US इलेक्शन से पहले जो बाइडेन को पूरे करने हैं ये 5 अधूरे काम

जो बाइडेन 2024 का चुनावी अभियान अधूरे काम पूरे करने की ज़रूरत के आस-पास घूमता दिखेगा. उन्होंने फिर से चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए खुद भी यही कहा कि वो अपने अधूरे काम पूरे करने के लिए यह चुनाव लड़ रहे हैं.

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राष्ट्रपति बाइडेन कई दशकों से राजनीति में सक्रिय रहे हैं.
वॉशिंगटन:

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने औपचारिक रूप से मंगलवार को फिर से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की. उन्होंने साफ कर दिया है कि 2024 में वह एक बार फिर राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ेंगे. जो बाइडेन ने अमेरिकी लोगों से कहा है कि उन्होंने जो शुरू किया है उसे खत्म करने के लिए चार साल का और समय दिया जाए. अमेरिकी उपराष्ट्रपति और सबसे ऊंचे पद की अश्वेत महिला कमला हैरिस उनके साथ उपराष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ेंगी.

  1. जो बाइडेन का पिछला चुनावी अभियान डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल की गलतियों को सुधारने की जरूरत पर था. बाइडेन बिल्ड बैक बैटर (Build Back Better) प्लान लेकर आए थे. लेकिन उनकी  योजना को अब तक पूरा अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है. 
  2. बाइडेन के शासनकाल में उनके वादे के अनुसार आधारभूत ढ़ांचे में सुधार के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट एंज जॉब्स एक्ट (Infrastructure Investment and Jobs Act) पारित हुआ. इसमें करीब $1 ट्रिलियन की लागत आनी थी. हजारों नौकरियां पैदा होनी थीं. यह योजना अमेरिका में लागू हो रही है, लेकिन अभी इसे और कारगर तौर पर सिरे चढ़ाना बाकी है. 
  3. जो बाइडेन के कई मतदाताओं को लगता है कि बाइडेन की सरकार में दवाओं के कीमतों को कम किए जाने जरूरत थी. अमेरिका में मेडिकल का खर्चा बहुत मोटा रहता रहता है. ऐसे में बाइडेन के सामने अब अब भी जरूरी दवाओं की कीमत कम करने का काम अधूरा है. 
  4. अमेरिका में बच्चों को लेकर बाइडेन सरकार के कई काम अधूरे हैं. बाइडेन के सामने 3 से 4 साल के बच्चों के लिए मुफ्त प्री-स्कूल सेवाएं देने का काम अधूरा है. सरकार की तरफ से बच्चों की देखरेख में खर्च होने वाली धनराशि को भी बढ़ाया जाना बाकी है. बच्चों की देखभाल के लिए सब्सिडी को लागू किए जाने का काम भी बाइडेन के लिए बचा हुआ है. 
  5. अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर भी बाइडेन के सामने कई अधूरे काम हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान अमेरिका ने बाइडेन के नेतृत्व में यूक्रेन को बहुत सी आर्थिक और सामरिक सहायता देने के वादे किए हैं. यह घोषित सहायता अभी यूक्रेन तक पहुंचनी बाकी है. बाइडेन के सामने यूक्रेन से किए गए वादे पूरे करने का काम भी काफी बचा हुआ है.
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