BA.5 का ही sub lineage BF.7 है. इसके चार मामलों की भारत में अब तक पुष्टि हो चुकी है.
दुनिया के अलग-अलग देशों में कोरोना के मामले बढ़ाने वाले कई वेरिएंट की भारत में भी मौजूदगी मिली है. BA.5 (BF.7 इसका सब lineage है), BQ.1.1, BA.4.6, XBB, BA.2.75, CH.1.1 वेरिएंट दुनिया के अलग-अलग देशों में कोहराम मचा रहे हैं. इन वेरिएंट की मौजूदगी भारत में भी मिली है. हालांकि, भारत में अब तक इन वेरिएंट का कोई खास असर नहीं दिखा है. स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े शीर्ष आधिकारिक सूत्र ने यह जानकारी दी है. सितंबर से दिसंबर तक के जीनोम सीक्वेंसिंग के आंकड़े के मुताबिक, BA.5 जो जीनोम सीक्वेंसिंग में 26% सैंपल में आ रहा था अब बढ़कर 38% हो गया है. BA.5 का ही sub lineage BF.7 है. इसके चार मामलों की भारत में अब तक पुष्टि हो चुकी है. इसी वेरिएंट की वजह से चीन में तबाही मची हुई है.
- BQ.1.1 वेरिएंट जो जीनोम सीक्वेंसिंग में 27% सैंपल में पाया जा रहा था, अब बढ़कर 33% हो गया. BA.5 और BQ.1.1 को लेकर भारत की चिंता बढ़ते फीसद को लेकर बढ़ी है. BA.4.6 की मौजूदगी जीनोम सीक्वेंसिंग में 2.3% है. XBB वेरिएंट 3.8 फीसदी, BA.2.75 करीब 7 फीसदी ट्रेस हुआ है. CH.1.1 के 16 मामलों की पुष्टि महाराष्ट्र में और 1 गुजरात में हुई है.
- नवंबर महीने में 1500 और दिसंबर के पहले हफ्ते में 500 और दिसंबर के दूसरे हफ्ते में 394 सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई है. INSACOG ने अब तक कोरोना के शुरुआत से 540 के करीब वेरिएंट को ट्रैक किया है. INSACOG भारत में कोविड के विभिन्न प्रकारों का अध्ययन और निगरानी करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत काम करता है.
- BF.7 वेरिएंट के चार मामले मिलने के बाद केंद्र सरकार सक्रिय हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करेंगे. पीएम मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है.
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना का BF.7 वेरिएंट तेज़ी से फैलता है और इसके लक्षण बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान और डायरिया हैं. चीन में BF.7 वेरिएंट के चलते ही बड़े पैमाने पर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. वहां से आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल पूरी तरह भर चुके हैं.
- भारत में इस समय सार्वजनिक समारोहों या पर्यटन स्थलों के लिए कोई कोविड-19 प्रोटोकॉल लागू नहीं है. कोविड नेशनल टास्क फोर्स की बैठक भी अप्रैल महीने से अब तक नहीं हुई है. इसके कई सदस्य रिटायर हो चुके हैं. साल 2020 में टास्क फोर्स की 108 मीटिंग, 2021 में 44 और इस साल केवल 7 बैठक हुईं.
- टास्क फोर्स का गठन मार्च 2020 में किया गया था. कोरोना के लिए गठित नेशनल टास्क फोर्स की मुख्य तौर पर जिम्मेदारी महामारी को लेकर नीतियां बनाने की है. 24 सदस्य वाले इस टास्क फोर्स के एक चौथाई सदस्य या रिटायर हो गए या फिर उस पद पर अब नहीं हैं.
- इसमें आईसीएमआर चीफ बलराम भार्गव अब उस पद पर नहीं है. समीरन पांडा रिटायर हो चुके हैं. इसके सदस्य रणदीप गुलेरिया एम्स से रिटायर होकर निजी अस्पताल ज्वाइन कर चुके हैं. एनसीडीसी के पूर्व निदेशक डॉ सुजीत सिंह रियायर होकर एनसीडीसी में कंसल्टेंट के तौर पर कार्यरत हैं.
- बुधवार को देश में कोरोना के हालात पर बुधवार को दिल्ली में केंदीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि सरकार हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. उन्होंने राज्य सरकारों को चिट्ठी भी लिखी.
- इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस की 'भारत जोड़ो' यात्रा को स्थगित करने की सलाह दी है. स्वास्थ्य मंत्री ने राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखी है कि यात्रा में कोरोना नियमों का पालन किया जाए या फिर इसे कुछ वक्त के लिए स्थगित कर दें.
- इस वक्त देश में कोरोना के मामले कम हैं. गुरुवार को एक दिन में कोरोना वायरस के 185 नए मामले दर्ज किए गए. अभी सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 3,402 रह गई है. दिल्ली में संक्रमण से एक और मरीज की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,30,681 हो गई है.
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