What is bhadra saya : क्या आपको पता है भद्रा में कौन से काम करना शुभ है कौन सा अशुभ

आपको बता दें कि भद्रा के दौरान कुछ कार्य करना अशुभ माना जाता है, जबकि कुछ कार्य करना शुभ होता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे भद्रा के दौरान कौनसे कार्य किए जा सकते हैं और क्या नहीं...

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होता है, तब भद्रा का निवास पृथ्वी पर होता है.

Bhadra kya hai : हिन्दू धर्म में भद्रा काल का विशेष महत्व होता है. यह अशुभ मानी जाती है. इसलिए जब भी कोई मांगलिक कार्य किया जाता है या त्योहार आता है तो भद्रा की अवधि जरूर देखी जाती है. पुराणों के अनुसार भद्रा भगवान सूर्यदेव की पुत्री और शनि देव की बहन हैं. कर्म फल दाता की तरह इनका स्वभाव भी बहुत कड़क है. इसलिए भद्रा नक्षत्र में कोई भी शुभ काम करने की मनाही है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होता है, तब भद्रा का निवास पृथ्वी पर होता है, जो मानव जाति के लिए नुकसान दायक है. वहीं, जब भद्रा पाताल लोक में होती है तो शुभ फलदायी होती है. 

09 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षाबंधन, राखी बांधते समय जरूर पढ़ें ये मंत्र, भाई को मिलेगी तरक्की!

आपको बता दें कि भद्रा के दौरान कुछ कार्य करना अशुभ माना जाता है, जबकि कुछ कार्य करना शुभ होता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे भद्रा के दौरान कौनसे कार्य किए जा सकते हैं और क्या नहीं...

भद्रा में क्या करें क्या नहीं - What to do and what not to do in Bhadra

अशुभ भद्रा के दौरान विवाह संस्कार, मुण्डन संस्कार, गृह प्रवेश, यज्ञोपवित, शुभ काम के लिए यात्रा, नए कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए.  लेकिन किसी पर मुकदमा,राजनीतिक कार्य, वाहन खरीदने जैसे कार्यों के लिए भद्रा शुभ होती है.

Advertisement

भद्रा के अशुभ प्रभाव से कैसे बचें - How to avoid the inauspicious effects of Bhadra

भद्रा के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए व्यक्ति को भद्रा के 12 नाम-  धन्या, दधिमुखी, भद्रा, महामारी, खरानना, कालरात्रि, महारुद्रा, विष्टि, कुलपुत्रिका, भैरवी, महाकाली, और असुरक्षयकारी भद्रा का जाप करना चाहिए.

Advertisement

जुलाई 2025 भद्रा लिस्ट

1- भद्रा आरम्भ - जुलाई 2, 2025, बुधवार को 08:28 ए एम बजे

भद्रा समापन - जुलाई 2, 2025, बुधवार को 09:29 पी एम बजे

2- भद्रा आरम्भ - जुलाई 6, 2025, रविवार को 04:38 ए एम बजे

भद्रा समापन - जुलाई 6, 2025, रविवार को 05:44 पी एम बजे

3- भद्रा आरम्भ जुलाई 9, 2025, बुधवार को 10:06 पी एम बजे

भद्रा समापन  जुलाई 10, 2025, बृहस्पतिवार को 10:25 ए एम बजे

4- भद्रा आरम्भ जुलाई 13, 2025, रविवार को 09:56 ए एम बजे

भद्रा समापन जुलाई 13, 2025, रविवार को 09:32 पी एम बजे

5- भद्रा आरम्भ जुलाई 16, 2025, बुधवार को 05:31 पी एम बजे

भद्रा समापन जुलाई 17, 2025, बृहस्पतिवार को 04:37 ए एम बजे

6- भद्रा आरम्भ जुलाई 19, 2025, शनिवार को 09:58 पी एम बजे

भद्रा अन्त जुलाई 20, 2025, रविवार को 08:42 ए एम बजे

7- भद्रा आरम्भ जुलाई 23, 2025, बुधवार को 01:09 ए एम बजे

भद्रा अन्त जुलाई 23, 2025, बुधवार को 12:01 पी एम बजे

8- भद्रा आरम्भ जुलाई 28, 2025, सोमवार को 07:27 ए एम बजे

भद्रा अन्त जुलाई 28, 2025, सोमवार को 07:54 पी एम बजे

9- भद्रा आरम्भ अगस्त 01, 2025, शुक्रवार को 01:28 ए एम बजे

भद्रा अन्त अगस्त 1, 2025, शुक्रवार को 02:40 पी एम बजे

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


Featured Video Of The Day
Pakistan से तेल खरीदेगा भारत? Donald Trump के दावे पर Balochistan ने क्यों दी सीधी चेतावनी?
Topics mentioned in this article