Vakri Shani 2022: ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक शनि देव 12 जुलाई से मकर राशि में विराजमान हैं. साथ ही शनि देव (Shani Dev) इस स्थिति में 23 अक्टूबर तर रहने वाले हैं. जबकि शनि देव मकर राशि (Makar Rashi) में 17 जनवरी, 2023 तक रहने वाले हैं. इसके बाद वे फिर से कुंभ राशि में गोचर करेंगे. कुंभ राशि में शनि देव 29 मार्च, 2025 तक रहेगें. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि के मकर राशि में वक्री अवस्था में होने से कुछ राशियों को फायदा हो सकता है. आइए जानते हैं शनि वक्री किन राशियों के लिए शुभ रहने वाला है.
वृषभ
ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक शनि देव इस वक्त वृषभ राशि के 9वें भाव में गोचर कर रहे हैं. कुंडली में शनि की इस स्थिति की वजह से 2 महारपुरुष राजयोग बन रहे हैं. इस राजयोग का प्रभाव से शनि वक्री के दौरान जॉब में सफलता हासिल कर सकते हैं. साथ ही इस दौरान परिवार का भरपूर सहयोग मिलेगा. यात्रा से आर्थिक लाभ की प्रबल संभावना है.
धनु
शनि देव आपकी राशि के चौथे भाव में वक्री अवस्था में मौजूद हैं. इस स्थिति में शनि के होने से परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव हो सकता है. हालांकि इस दौरान आर्थिक स्थिति मजबूर होने के प्रबल आसार हैं. लंबे समय से अटका हुआ धन वापस मिलेगा. इसके अलावा नौकरी और व्यापार में सफलता मिल सकती है.
मीन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मीन राशि के 11 वें भाव में शनि वक्री अवस्था में विराजमान हैं. ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि इस अवधि में आर्थिक स्थिति सुदृढ़ रहने वाली है. आमदनी में लगातार बढ़ोतरी होगी. व्यापार में आर्थिक निवेश से लाभ होगा. परिवार में खुशहाली का माहौल रहेगा. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों को इस दौरान सफलता मिल सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)