बच्चों की बुद्धि बढ़ाता है शंख, जानिए बालक के गाल पर Shankh को स्पर्श करने से क्या होता है?

Shankh Touching Importance for Kids: अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं और वो घर से बाहर निकलते हैं तो उनकी बुद्धि तेज करने के लिए शंख को प्रतिदिन उनके गाल से स्पर्श करवाना काफी अच्छा माना जाता है.

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शंख को बच्चों की निर्णयात्मक क्षमता बढ़ाने के लिए बहुत कारगर माना गया है.

Shankh Touching Importance for Kids: आपने मंदिर में देखा होगा कि पुजारी बच्चे के गाल से शंख का स्पर्श करते हैं. सनातन धर्म में शंख को बहुत ही पूजनीय (Shankh Benefits for Brain and intellectuality) माना गया है. भागवत गीता में कहा गया है कि शंख समु्द्र मंथन से निकला वो रत्न है जो मानवों को दिया गया था. शंख भगवान विष्णु के हाथ में शोभायमान रहता है. इसे पूजा के समय बजाना काफी शुभ माना जाता है. शंख का पूजनीय महत्व तो सब जानते हैं लेकिन इसके स्पर्श से होने वाले फायदों को कम ही लोग जानते हैं. कहा जाता है कि शंख को (Shankh Touching Benefits for Kids) बच्चे के गाल से स्पर्श करने पर बच्चे की सही गलत करने (Shankh help to Improve Decision making power) की निर्णय क्षमता तेज हो जाती है. इसलिए पूजा पाठ के दौरान छोटे बच्चों के गाल पर शंख का स्पर्श कराया जाता है.

बालक ध्रुव के गाल से स्पर्श किया गया था शंख  (Lord Vishnu Touch Shankh with Dhruva Cheeks)

भागवत में शंख के महत्व को लेकर एक उल्लेख है. इसमें लिखा है कि जब बालक ध्रुव से मिलने भगवान श्रीहरि आए तो बालक ध्रुव चुपचाप खड़ा रहा. भगवान ने कहा कि तुम तो मेरी गोद में बैठना चाहते थे लेकिन अब जब मैं सामने हूं तो कुछ बोल क्यों नहीं रहे हो. तब ध्रुव ने कहा कि भगवान मैं मात्र चार साल का बालक हूं, क्या बोलना है और कैसे बोलना है, ये मेरी बुद्धि नहीं जानती है. तब भगवान विष्णु ने अपने चतुर्भुज चक्र से शंख निकाला और ध्रुव के गाल पर स्पर्श कराया. इसके छूते ही ध्रुव को भाषा, विद्या का ज्ञान हो गया. इसलिए शंख को बुद्धिदाता कहा गया है.

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छोटे बच्चों के लिए बहुत कारगर है शंख का स्पर्श  (Shankh touch on Kids cheek is very good for Logic)

छोटे बच्चे जब स्कूल जाते हैं या बाहर खेलने जाते हैं तो उनको इस बात का ज्ञान नहीं होता कि क्या सही है और क्या गलत है.उनको पता नहीं होता कि सही व्यक्ति को दोस्त कैसे बनाया जाए. ऐसे में शंख को बच्चों की निर्णयात्मक क्षमता बढ़ाने के लिए बहुत कारगर माना गया है. कहते हैं कि बच्चे के गाल पर इसे स्पर्श कराने से बच्चा सही गलत की पहचान करने लगता है और वो सही से सोच समझ कर निर्णय़ ले पाता है. शंख ऐसे व्यक्ति को ऐसे लोगों से दूर रखता है जो उसका अनहित या बुरा करना चाहते हैं या ऐसा करने की चाहत रखते हैं.

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नेगेटिविटी दूर करता है शंख (Shankh Touch is good for get rid of negativity)

शास्त्रों में कहा गया है कि शंख के स्पर्श मात्र से व्यक्ति सच्चे और साफ लोगों से जुड़ता है. ये व्यक्ति के आस पास की नेगेटिविटी दूर करता है और सच्चे और सदाचारी लोगों से संपर्क बनाता है. शंख इतना सकारात्मक होता है कि अगर दिन में एक बार भी इसे बजाया जाए या इसका स्पर्श किया जाए तो जीवन में सकारात्मकता आने लगती है और नेगेटिविटी दूर होने लगती है. कहा जाता है कि शंख और गाय दोनों ही समुद्र मंथन से निकले रत्न है. 24 घंटो में कम से कम एक बार इन दोनो का स्पर्श जरूर करना चाहिए, इससे बुद्धि तेज होती है और ज्ञान बढ़ता है.

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सनातन धर्म में है शंख का महत्व  (Shankh Importance in Sanatan Dharma)

शंख को सनातन धर्म में बहुत ही पवित्र माना गया है. पूजा पाठ के दौरान शंख बजाने से सकारात्मकता आती है. शंख भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. कहा जाता है कि जिस घर में रोज शंख बजाया जाता है वहां अस्थिरता नहीं रहती और घर परिवार में प्रेम बना रहता है. शंख के स्पर्श से मानसिक तनाव कम होता है और व्यक्ति ध्यान को केंद्रित कर पाता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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