Tulsi Plant: हिंदू धर्म में तुलसी की विशेष मान्यता है. कहा जाता है कि यह पौधा जिस घर में होता है उसमें सुख-समृद्धि के साथ-साथ खुशहाली छाई रहती है, साथ ही देवी-देवताओं का वास भी रहता है. धार्मिक परिपाटी पर देखें तो तुलसी के पौधे को तुलसी माता (Tulsi Mata) भी कहते हैं. भगवान विष्णु की प्रिय होने के चलते भी पूजा-पाठ में तुलसी को सम्मिलित किया जाता है. तुलसी के गमले की बात करें तो ऐसे बहुत से चिन्ह (Signs) हैं जो गमले के ऊपर बनाए जा सकते हैं. इन चिन्हों को बनाने पर घर में सकारात्मकता बनी रहती है और मां लक्ष्मी की कृपा भी मिलती है.
तुलसी के गमले पर बनाए जाने वाले चिन्ह | Signs To Draw On Tulsi Pot
स्वास्तिक
घर के दरवाजे पर या मंदिर में भी स्वास्तिक (Swastik) का निशान उकेरना बेहद शुभ माना जाता है. मान्यता है कि स्वास्तिक का निशान बनाने पर घर में मां लक्ष्मी का वास होता है. ऐसे में तुलसी के गमले पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाना शुभ होता है. इससे मां लक्ष्मी ही नहीं बल्कि भगवान विष्णु की कृपा भी मिलती है. स्वास्तिक के निशान की बात करें तो यह मंगल का प्रतीक है जिसमें 'सु' का अर्थ है शुभ और 'अस्ति' का अर्थ है होना.
शुभ कार्यों में चक्र का निशान भी जहां-तहां देखने को मिलता ही है. चक्र (Chakra) को बनाने पर माना जाता है कि इस घर में बरकत होगी, खुशहाली बनी रहेगी और सभी संकटों से यह चक्र सुरक्षा प्रदान करेगा. इसे घर में ऊर्जा का माहौल बनाए रखने और मन की शांति के लिए भी बनाया जाता है. इसीलिए तुलसी के गमले पर इसे बनाना भी बेहद शुभ होता है.
तुलसी के गमले पर ओम का चिन्ह भी बनाया जा सकता है. इस चिन्ह को ईश्वर का वाचक कहा जाता है. ईश्वर के करीब रहने के लिए इस चिन्ह को उकेरा जा सकता है. माना जाता है कि ओम का जाप या उच्चारण करके भी आत्मीय सुख व शांति की प्राप्ति होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)