कब लगेगा सूर्यग्रहण? सूतक से लेकर सभी शुभ-अशुभ प्रभाव को जानें, सिर्फ एक क्लिक में

Solar Eclipse 2025: जिस सूर्य ग्रहण को विज्ञान सिर्फ एक खगोलीय घटना मानता है, उसका ज्योतिष में क्या कुछ महत्व है और यह इस साल कब लगेगा. सूतक से लेकर 12 राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव समेत अहम बातों को जानने के लिए पढ़ें ये लेख.

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कब और कहां लगेगा सूर्य ग्रहण और किस पर क्या पड़ेगा प्रभाव?

Surya grahan kab lagega 2025: जिस सूर्य ग्रहण का जिक्र आते ही हमारा आपका मन किसी अशुभ की आशंका से ग्रसित हो जाता है, उसे लेकर रायपुर के धर्माचार्य और ज्योतिषविद् डॉ. इंदुभवानंद महाराज का कहना है कि यह एक दृश्य पर्व है, जिसका अर्थ यह है कि यह जहां पर दिखाई देता है, वहीं पर इसके शुभ-अशुभ, लाभ-हानि जैसे प्रभाव दिखाई पड़ते हैं. पंचांग के अनुसार यह सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025) 21 सितंबर 2025 को रविवार के दिन पड़ने जा रहा है, इसलिए इस दिन चूड़ामणि योग बनेगा. भारतीय समय के अनुसार यह 21 सितंबर 2025 की रात्रि को 11 बजे लगेगा और इसका मोक्ष 22 सितंबर को पूर्वाह्न 03:24 बजे होगा. यह सूर्य ग्रहण न्यूजीलैंड, पश्चिमी अंटार्टिका, आस्ट्रेलिया आदि देशों में दिखाई देगा.

क्या होता है खंडग्रास सूर्य ग्रहण (What is a partial solar eclipse)

डॉ. इंदुभवानंद के अनुसार पौराणिक मान्यता के अनुसार जब राहु सूर्य को पूरा नहीं निगलता है या फिर उसे कवर नहीं करता है तो वह स्थिति खंडग्रास या खग्रास कहलाती है. इसे विज्ञान की भाषा में समझें तो जब कभी भी सूर्य, चंद्र और पृथ्वी एक सीधी रेखा में नहीं होते हैं और चंद्रमा सिर्फ सूर्य के एक ही हिस्से को कवर कर पाता है तो वह  स्थिति खंडग्रास सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) कहलाती है. 

कब लगेगा सूतक (Surya Grahan 2025 Sutak kaal Timing)

ज्योतिष के अनुसार किसी भी ग्रहण के पूर्व एक निश्चित समय की अवधि को सूतक कहा जाता है. मान्यता है कि सूतक काल (Sutak Timing) के दौरान पृथ्वी का वातावरण दूषित रहता है. ऐसे में इस दौरान कोई भी पूजा या शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं और ग्रहण के दोष से बचते हुए विशेष सावधानी रखी जाती है. ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण से पहले चार प्रहर या फिर कहें 12 घंटे पहले तक का समय सूतक माना जाता है. चूंकि सितंबर महीने में लगने वाले यह सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर सूतक नहीं मान्य होगा, लेकिन जिन स्थानों पर यह नजर आएगा वहां पर यह मान्य होगा. 

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किनके लिए रहेगा शुभ या अशुभ (Solar eclipse side effects on 12 zodiac signs)

डॉ. इंदुभवानंद के अनुसार आश्विन मास के कृष्णपक्ष की अमावस्या के दिन पड़ने वाला ग्रह अच्छा नहीं माना जाता है. यह सूर्यग्रहण जिन जगह पर दृश्यमान रहेगा, वहां पर रहने वाले मेष, वृष, कर्क, सिंह, कन्या, धनु, मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए अशुभ और मिथुन, तुला, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों के लिए शुभ कहा जाएगा. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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