Pradosh Vrat: प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) रखने का विधान है. मान्यता है कि इस दिन प्रदोष काल में शिवजी की पूजा (Shiv Puja) करने से घर में खुशहाली और सुख-समृद्धि आती है. आषाढ़ मास (Ashadha Month) का प्रदोष व्रत 26 जून, रविवार को पड़ रहा है. मान्यताओं के मुताबिक रवि प्रदोष व्रत (Ravi Pradosh Vrat) पर सूर्यदेव की उपासना लाभकारी होता है. इसके अलावा इस दिन शिवजी की पूजा के साथ-साथ कुछ उपाय करने से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है. साथ ही घर-परिवार सुख-समृद्धि और बरकत बनी रहती है. आइए जानते हैं कि रवि प्रदोष व्रत के दिन कौन-कौन से उपाय किए जाते हैं.
रवि प्रदोष व्रत पर किए जाते हैं ये 5 उपाय | These 5 remedies are done on Ravi Pradosh Vrat
प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) के दिन भगवान शिव (Lord Shiv) की पूजा का विधान है. इस दिन भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ 'ओम् नमः शिवाय' इस मंत्र का 108 बार जाप करना अच्छा माना जाता है. माना जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से मन-मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
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रवि प्रदोष व्रत (Ravi Pradosh Vrat) के दिन भगवान सूर्य (Surya Dev) की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इस दिन भगवान सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करने पर सूर्य देव की कृपा से स्वास्थ्य उत्तम रहता है. इसके अलावा इस दिन सूर्य स्तोत्र का पाठ करने से नौकरी की समस्या दूर होती है.
प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) के दिन अक्षत को जल में मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करने से जमीन-जायदाद और कोर्ट-कचहरी से जुड़े विवादों का समाधान होता है.
प्रदोष व्रत के दिन दूध में केसर और फूल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली बरकरार रहती है. मान्यतानुसार यह उपाय मनचाहा जीवन साथी पाने के लिए भी अच्छा माना जाता है.
सुख-समृद्धि के लिए रवि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव को जौ का आटा अर्पित किया जाता है. साथ ही जौ के आटे को शिव के चरणों से स्पर्श कराकर इसकी रोटियां गाय को खिलाने से घर-परिवार खुशहाल रहता है. इसके अलावा सुख-समृद्धि पर किसी की बुरी नजर नहीं लगती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)