Shukra Ast 2022: सिंह राशि में अस्त होने जा रहे हैं शुक्र, जानें किन 4 राशियों को रहना होगा खास सतर्क!

Shukra Ast 2022: किसी भी ग्रह का अस्त होना शुभ नहीं माना जाता है. शुक्र के अस्त होने से कुछ राशियों को सतर्क रहना होगा.

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Shukra Ast 2022: शुक्र अस्त के दौरान इन राशियों को सतर्क रहना होगा.

Shukra Ast 2022 Date and Upay: ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में ग्रहों का अस्त, उदय और राशि परिवर्तन सभी राशियों के लिए खास होता है. ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक सितंबर 2022 में सूर्य (Surya) समेत कई ग्रह राशि परिवर्तन (Rashi Parivartan) करेंगे. इस क्रम में 15 सितंबर को शुक्र अस्त (Shukra Ast Date) होने जा रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 15 सितंबर गुरुवार को दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर शुक्र देव सिंह राशि में अस्त होंगे. ज्योतिष शास्त्र में किसी ग्रह का अस्त होना शुभ नहीं माना गया है. ऐसे में शुक्र के अस्त होने से कुछ राशियों को इस दौरान विशेष सतर्क रहना होगा. आइए जानते हैं कि शुक्र अस्त की अवधि में किन राशि वालों को विशेष सतर्क रहना होगा. 

शुक्र अस्त | Shukra Ast 2022 Date

ज्योतिष शास्त्र में किसी भी ग्रह का अस्त होना शुभ नहीं माना जाता है. ज्योतिषीय गणना के अनुसार जब कोई ग्रह सूर्य के नजदीक पहुंच जाता है तो वह अस्त हो जाता है. ऐसे में संबंधित ग्रह का प्रभाव कम हो जाता है. वह अपना शुभ फल नहीं दे पाता है. शुक्र अस्त की अवधि में व्यक्ति कीई प्रकार के सुखों से वंचित रह जाता है.

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शुक्र अस्त से इन राशियों के लोग रहें सावधान | People of these zodiac signs should be careful with Shukra Ast 2022

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुक्र के अस्त 9Shukra Ast) होने से मिथुन, कन्या, मकर और कुंभ राशि वालों को सावधानी बरतनी होगी. दरअसल इससे कार्यो में बाधा उत्पन्न हो सकती है. इसके साथ ही आर्थिक नुकसान का भी योग है. हालांकि मेष, वृषभ, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु और मीन राशि वाले लोगों पर शुक्र अस्त होने का अशुभ असर नहीं पड़ेगा. 

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शुक्र अस्त के दौरान क्या करें और क्या नहीं | Dos and Donts During Shukra Ast

ज्योतिष शास्त्र में शुक्र अस्त (Shukra Ast) के दौरान कुछ कार्य करन की मनाही है. यानी इस दौरान किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्यों का आयोजन करने या शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए. इस समयावधि में विवाह, मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश जैसे शुभ और मांगलिक कार्यों की मनाही होती है. वहीं शुक्र के उदय होने पर इस प्रकार के कार्य किए जा सकते हैं. शुक्र अस्त की अवधि में बीज मंत्र 'ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः' का जाप करना शुभ रहेगा.

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