गीता प्रेस वेबसाइट पर 10 भाषाओं में उपलब्ध है श्रीरामचरितमानस, भारत के बाद इस देश ने सबसे ज्यादा पढ़ी रामायण ऑनलाइन

Geeta press : राम चरित मानस को भारत के बाद ऑनलाइन अमेरिका के लोगों ने पढ़ा है. हिन्दी भाषा में भारत में 44 हजार तो अमेरिका में 2700 लोगों ने पढ़ा.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
भारत 44000, अमेरिका 2700, कनाडा 650, यूनाइटेड किंगडम  400, ऑस्ट्रेलिया 350, सिंगापुर 175, जर्मनी 120, नेपाल 81.

Shri Ramcharit Manas online reader : गीता प्रेस (Geeta press) ने श्रीरामचरित मानस को अपनी वेबसाइट पर 10 भाषाओं में अपलोड कर दिया है. जिसमें हिंदी, उड़िया, नेपाली, अंग्रेजी, तेलुगु, कन्नड़, असमिया, गुजराती, मराठी और बांग्ला शामिल हैं. साथ ही गीता प्रेस ने अपनी वेबसाइट पर आयोध्या दर्शन और अयोध्या महात्म्य पुस्तक भी अपलोड की है जिसे 8 दिनों में 10 लाख से अधिक लोगों ने सर्च किया, 132964 लोगों ने पढ़ा और 41839 लोगों ने डाउनलोड किया है. Ramlala pujan vidhi : 22 जनवरी को इस शुभ मुहूर्त में करें घर पर श्रीराम का पूजन

वहीं, श्रीराम चरित मानस को ऑनलाइन भारत के बाद सबसे ज्यादा अमेरिका के लोगों ने पढ़ा है. आपको बता दें हिन्दी भाषा में भारत में 44 हजार तो अमेरिका में 2700 लोगों ने पढ़ा है, जबकि अंग्रेजी में भारत में 20 हजार व अमेरिका में 3275 लोगों ने पढ़ा है.

एक और महत्वपूर्ण बात श्रीराम चरित मानस को कम संख्या में ही सही, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात व कुवैत में भी पढ़ी गया.

किन देशों  किस भाषा में ऑनलाइन पढ़ी गई श्रीरामचरितमानस - In which countries and languages was Shri Ramcharitmanas read online?

हिन्दी -  भारत 44000, अमेरिका 2700, कनाडा 650, यूनाइटेड किंगडम  400, ऑस्ट्रेलिया 350, सिंगापुर 175, जर्मनी 120, नेपाल 81

अंग्रेजी - भारत 20000, अमेरिका 3275, कनाडा 737, त्रिनिनाड 1037, संयुक्त अरब अमीरात 350, ऑस्ट्रेलिया 300, सिंगापुर 150, जर्मनी 100, मलेशिया 100.

तेलुगु - भारत 9650, अमेरिका- 1575, कनाडा- 120, संयुक्त अरब अमीरात 83, यूनाइटेड किंगडम 75, ऑस्ट्रेलिया 70
कुवैत 30, सिंगापुर 27, फ्रांस 25 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Mumbai: Aapla Dawakhana में क्यों नहीं हो रहे Free Test, NDTV की पड़ताल | BMC
Topics mentioned in this article