Shri Radha Kripa Kataksh Stotra: सांसारिक इच्छाओं की पूर्ति के लिए होली पर किया जाता है इस स्तोत्र का पाठ

मान्यता है कि श्रीराधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र की रचना स्वयं देवों के देव महादेव ने की है. कहते हैं कि राधा रानी को प्रसन्न करने के लिए महादेव ने ये स्तोत्र माता पार्वती को सुनाया था. पौराणिक मान्यता के अनुसार, श्री राधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र का पाठ करने से राधा रानी और श्रीकृष्ण की असीम कृपा प्राप्त होती है.

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
Shri Radha Kripa Kataksh Stotra: मान्यता है कि महादेव ने स्वयं की थी इसकी रचना

जब-जब संसार में प्रेम की मिसाल दी जाती है भगवान श्री कृष्ण और माता राधा के प्रेम का नाम हमेशा सबसे पहले आता है. यही वजह है कि भगवान श्री कृष्ण के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए राधारानी का नाम जरूर लेते हैं. शास्त्रों में राधारानी को माता लक्ष्मी का स्वरूप बताया गया है. उन्हें भगवान श्रीकृष्ण की आत्मा भी कहा गया है. मान्यता है कि राधारानी के बिना श्रीकृष्ण की पूजा कभी पूर्ण नहीं होती. होली वाले दिन यदि आप राधारानी की कृपा पाना चाहते हैं तो उनका बेहद शक्तिशाली 'श्री राधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र' का पाठ करना न भूलें.

Holi 2022 Shubh Yog: होली पर बन रहे ये 5 शुभ संयोग, होलिका दहन के पूजन में भूलकर भी ना करें ये गलतियां

मान्यता है कि श्रीराधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र की रचना स्वयं देवों के देव महादेव ने की है. धार्मिक मान्यता है कि राधा रानी को प्रसन्न करने के लिए महादेव ने ये स्तोत्र माता पार्वती को सुनाया था. पौराणिक मान्यता के अनुसार, श्री राधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र का नियमित पाठ करने से राधा रानी और श्रीकृष्ण की असीम कृपा प्राप्त होती है. आप चाहें तो विशेष तिथियों जैसे अष्टमी, दशमी, एकादशी, त्रयोदशी और पूर्णिमा तिथि पर कर सकते हैं.

Advertisement

श्रीराधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र | Shri Radha Kripa Kataksh Stotra

राधा साध्यम साधनं यस्य राधा, मंत्रो राधा मन्त्र दात्री च राधा,

सर्वं राधा जीवनम् यस्य राधा, राधा राधा वाचिकिम तस्य शेषम।

मुनीन्दवृन्दवन्दिते त्रिलोकशोकहारिणी, प्रसन्नवक्त्रपंकजे निकंजभूविलासिनी,

व्रजेन्दभानुनन्दिनी व्रजेन्द सूनुसंगते, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष-भाजनम् (1)

अशोकवृक्ष वल्लरी वितानमण्डपस्थिते, प्रवालज्वालपल्लव प्रभारूणाङि्घ् कोमले,

वराभयस्फुरत्करे प्रभूतसम्पदालये, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष-भाजनम्। (2)

अनंगरंगमंगल प्रसंगभंगुरभ्रुवां, सुविभ्रम ससम्भ्रम दृगन्तबाणपातनैः,

निरन्तरं वशीकृत प्रतीतनन्दनन्दने, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष भाजनम्। (3)

तड़ित्सुवणचम्पक प्रदीप्तगौरविगहे, मुखप्रभापरास्त-कोटिशारदेन्दुमण्ङले,

विचित्रचित्र-संचरच्चकोरशावलोचने, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष भाजनम्। (4)

मदोन्मदातियौवने प्रमोद मानमणि्ते, प्रियानुरागरंजिते कलाविलासपणि्डते,

अनन्यधन्यकुंजराज कामकेलिकोविदे, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष-भाजनम्।  (5)

अशेषहावभाव धीरहीर हार भूषिते, प्रभूतशातकुम्भकुम्भ कुमि्भकुम्भसुस्तनी,

प्रशस्तमंदहास्यचूणपूणसौख्यसागरे, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष भाजनम्। (6)

मृणालबालवल्लरी तरंगरंगदोलते, लतागलास्यलोलनील लोचनावलोकने,

ललल्लुलमि्लन्मनोज्ञ मुग्ध मोहनाश्रये, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष भाजनम्। (7)

सुवर्ण्मालिकांचिते त्रिरेखकम्बुकण्ठगे, त्रिसुत्रमंगलीगुण त्रिरत्नदीप्तिदीधिअति,

सलोलनीलकुन्तले प्रसूनगुच्छगुम्फिते, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष भाजनम्।  (8)

नितम्बबिम्बलम्बमान पुष्पमेखलागुण, प्रशस्तरत्नकिंकणी कलापमध्यमंजुले,

करीन्द्रशुण्डदण्डिका वरोहसोभगोरुके, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष भाजनम्। (9)

अनेकमन्त्रनादमंजु नूपुरारवस्खलत्, समाजराजहंसवंश निक्वणातिग,

विलोलहेमवल्लरी विडमि्बचारूचं कमे, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष-भाजनम्। (10)

अनन्तकोटिविष्णुलोक नमपदमजाचिते, हिमादिजा पुलोमजा-विरंचिजावरप्रदे,

अपारसिदिवृदिदिग्ध -सत्पदांगुलीनखे, कदा करिष्यसीह मां कृपा -कटाक्ष भाजनम्। (11)

मखेश्वरी क्रियेश्वरी स्वधेश्वरी सुरेश्वरी, त्रिवेदभारतीयश्वरी प्रमाणशासनेश्वरी,

रमेश्वरी क्षमेश्वरी प्रमोदकाननेश्वरी, ब्रजेश्वरी ब्रजाधिपे श्रीराधिके नमोस्तुते।  (12)

इतीदमतभुतस्तवं निशम्य भानुननि्दनी, करोतु संततं जनं कृपाकटाक्ष भाजनम्,

भवेत्तादैव संचित-त्रिरूपकमनाशनं, लभेत्तादब्रजेन्द्रसूनु मण्डलप्रवेशनम्। (13)

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Income Tax Budget 2025: Middle Class के लिए खुशखबरी, अब Tax Slab में होगी होगी इतनी Percent तक छूट