Shani gochar 2023 : न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि को मंगल का शत्रु ग्रह माना जाता है और मंगल ग्रह अग्नि तत्व की राशि सिंह में 01 जुलाई 2023 को प्रवेश करेगा, जिसके कारण शनि मंगल समसप्तक योग बना रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र (astrology) के अनुसार, सिंह (leo) और कुंभ (kumbh) दोनों राशि शत्रु राशि है. ऐसे में इस योग को बहुत अशुभ माना जा रहा है. तो चलिए जानते हैं इसके क्या नुकसान होने वाले हैं साथ ही समसप्तक योग क्या होता है उसके बारे में भी आपको बताएंगे .
क्या होता है समसप्तक योग
असल में जब कोई दो ग्रह अलग-अलग राशियों में सातवें स्थान पर होते हैं तो उस स्थिति को समसप्तक योग कहते हैं. ऐसे में 1 जुलाई को जब मंगल सिंह राशि में गोचर करेंगे, तो उस समय शनि कुंभ राशि में सातवें स्थान पर होंगे. वैसे तो समसप्तक योग शुभ होता है लेकिन ग्रहों की युति के कारण इनके प्रभाव में बदलाव होता है.
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समसप्तक योग का प्रभाव
- असल में समसप्तक योग इस बार शनि और मंगल ग्रह से बन रहा है. ये दोनों ही राशियों को पापी ग्रह माना जाता है. ऐसे में इसका प्रभाव अशुभ होगा. इन ग्रहों के योग से प्राकृतिक आपदा का संकट मंडरा सकता है.
- सीमा पर तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है. भूकंप, वायु दुर्घटना की भी आशंका बन रही है. राजनीतिक उथल-पुथल भी देखने को मिल रही है.
- इसके अलावा आंदोलन, धरना प्रदर्शन, घोटाला, आगजनी जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं. मनोरंजन, खेल जगत से जुड़े अशुभ समाचार भी सुनने को आ सकते हैं. किसी बड़े नेता की तरफ से दुखद समाचार भी आ सकता है.
- इन सभी दुष्प्रभावों से बचने के लिए आपको हनुमान जी की पूजा पाठ करनी चाहिए. आपको लाल चंदन या फिर सिंदूर का तिलक माथे पर लगाना चाहिए. वहीं, गेहूं और मसूर दाल का दान करना चाहिए. इसके अलावा आप शहद खाकर घर से निकलते हैं तो अच्छा होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
एयरपोर्ट पर स्पॉट : कियारा-कार्तिक, हुमा कुरैशी और वरुण धवन