Shami: नवरात्रि में शमी की पत्तियों का होता है खास महत्व, दशहरा के दिन इसका लेनदेन क्यों है शुभ! यहां जानिए

Shami Importance: नवरात्रि के दौरान दशहरे के दिन शमी के पेड़ और उसकी पत्तियों का खास महत्व होता है. मान्यता है कि श्रीराम ने रावण-वध से पहले शमी की पूजा की थी.

Advertisement
Read Time: 12 mins
Shami Importance: दशहरा के दिन इस वजह से होती है शमी की पूजा.

Shami Benefits in Navratri: शारदीय नवरात्रि के 10वें दिन दशहरा (dussehra 2022) मनाया जाता है. इस साल 2022 में दशहरा का पर्व 05 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इसके साथ ही इस दिन मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन भी किया जाएगा. हिंदू धर्म में दरहरा पर्व का खास धार्मिक महत्व है. पौराणिक मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध किया था. इसलिए इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में भी मनाया जाता है. दरशहरा के दिन शमी की पत्तियों (Shami Benefits on Dussehra) और इसके पेड़ का खास महत्व है. कहा जाता है कि भगवान श्रीराम लंका पर आक्रमण करने से पहले शमी (Shami Plant) के नीचे सिर झुकाकर विजय के लिए प्रार्थना की थी. आइए जानते हैं कि दशहारा के दिन शमी पेड़ का क्या महत्व और इस दिन शमी की पत्तियों का लेनदेन क्यों शुभ होता है. 

शमी पेड़ का है खास धार्मिक महत्व 

-धर्म शास्त्रों में शमी के पेड़ की महिमा के बारे में बताया गया है. माना जाता है कि इसे घर में लगाने से देवी-देवताओं की विशेष कृपा प्राप्त होती है. साथ ही यह भी कहा जाता है कि शमी की पत्तयों के छूने मात्र से व्यक्ति के सारे कष्ट और समस्याएं दूर हो जाती हैं. इसके साथ ही शमी का पेड़ शनि दोष को दूर करने में भी सहायक होता है. मान्यता है कि शमी की पत्तियों को बांटने से घर में बरकर बनी रहती है. पुराणों में भी शमी पेड़ की महिमा का बखान किया गया है. लंका पर आक्रमण करने से पहले श्री राम ने की शमी पेड़ की पूजा की थी. जिसके बाद प्रभु श्रीराम ने अत्याचारी रावण का वध किया था. 

-शमी के पेड़ को घर के पूरब-उत्तर दिशा में लगाया जाता है. मान्यता है कि रोजाना शमी वृक्ष के नीचे दीपक जलाने से शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा से राहत होती है. नवरात्रि के दौरान दशहरे के दिन शमी पेड़ की पूजा करने से शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. 

Navratri 2022: खुद के घर का देख रहे हैं सपना, जानें नवरात्रि में क्या कर सकते हैं उपाय

-दशहरा के दिन घर-परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए दक्षिण दिशा में मुंह करके हनुमानजी के सामने तिल के तेल का दिया जलाएं. मान्यता है इस दिन ऐसा करने से जीवन की नकारात्मकता खत्म हो जाती है. इसके अलावा इस दिन सुंदरकांड का पाठ भी कर सकते हैं. 

-दशहरा के दिन कुंवारी कन्याओं के लिए दान-पुण्य करने से मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है. 

दशहारा तिथि 2022 | dussehra date 2022


प्रत्येक वर्ष अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा का पर्व मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल दशमी तिथि 4 अक्टूबर 2022 को दोपहर 2 बजकर 21 मिनट से शुरू हो रही है. जो कि 05 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे तक रहेगी. ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के मुताबिक दशहरा का पर्व 05 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Navratri 2022 Day 4: मां कुष्मांडा की पूजा में आज इन बातों का रखें ध्यान, जानें पूजा-विधि, मंत्र, भोग और आरती

Advertisement

राजस्थान: दुर्गा पूजा की तैयारियां शुरू, बनाई जा रही हैं मां की मूर्तियां

Featured Video Of The Day
Hathras Stampede Ground Report : हाथरस के सत्संगस में भगदड़, लोग खोज रहे हैं अपनों को
Topics mentioned in this article