सावन में कहां से लेना चाहिए कांवड़ का जल, जानिए किस दिन जलाभिषेक से होती है मनोकामनाएं पूरी

Kavad jalabhishek 2024 : सावन में शिव भक्त पवित्र नदियों से जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए शिव मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Kanwar jal yatra 2024 : भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा अर्चना और भक्ति में अत्यंत महत्व रखने वाला सावन (Sawan) माह 22 जुलाई से शुरू हो चुका है. इस माह में शिव भक्त पवित्र नदियों से जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए शिव मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं. भारत में सावन कांवड़ यात्रा (Sawan Kanwar Yatra) प्राचीन समय से होती आ रही है. मान्यता है कि सबसे पहले भगवान परशुराम से गढ़मुक्तेश्वर से गंगाजल लेकर पदयात्रा कर शिव दर्शन करने पहुंचे थे और शिवलिंग का जलाभिषेक कराया था. इसके बाद से शिव भक्त हर साल सावन माह में कांवड़ यात्रा करने लगे. सावन में कावड़ यात्रा और भगवान शिव का जलाभिषेक अत्यंत शुभ और फलदाई माना जाता है. आइए जानते हैं कांवड़ यात्रा के लिए कहां से जल लेना होता है सबसे श्रेष्ठ और किस दिन जलाभिषेक से हो जाती है सभी मनोकामनाएं पूर्ण….

क्यों किया जाता है जलाभिषेक

समुद्र मंथन के दौरान निकले हलाहल विष से जगत को बचाने के लिए भगवान शिव से उस विष का पान कर लिया था. विष पान के कारण भगवान शिव को अत्यंत जलन का सामना करना पड़ा. इस जलन को कम करने के लिए देवी देवताओं ने उनका जलाभिषेक किया. भगवान शिव का जलाभिषेक अत्यंत प्रिय है.

Kanwar Yatra 2024: कितने तरह की होती है कांवड़ यात्रा, जानें डाक बम कांवड़ यात्रा का महत्व और इसे लें जाने का तरीका

Advertisement

गंगा जल

भक्त कांवड़ यात्रा के लिए देश भर की पवित्र नदियों से जल लेकर शिव मंदिर पहंचते हैं. हालांकि गंगा नदी का जल इसके लिए सबसे श्रेष्ठ माना जाता है. भक्त गंगा नदी के घाटों से कांवड़ के लिए जल लेते हैं. हरिद्वार के हर की पौड़ी से ब्रह्मकुंड का जल भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए सबसे श्रेष्ठ फल देने वाला होता है.

Advertisement

सावन शिवरात्रि

सावन माह में हर दिन भगवान शिव का जलाभिषेक अत्यंत शुभ माना जाता है. हालांकि सावन माह के मासिक शिवरात्रि को भगवान शिव का जलाभिषेक सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना जाता है. इस बार सावन माह की मासिक शिवरात्रि 2 अगस्त शुक्रवार को है. सावन में आने वाली मासिक शिवरात्रि को जलाभिषेक से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं.   

Advertisement

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Haryana Assembly Election 2024: चुनाव से पहले मुख्यमंत्री की कु्र्सी को लेकर BJP में रस्साकशी
Topics mentioned in this article