Raksha Panchami 2022: रक्षा पंचमी भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाता है. इसे रेखा पंचमी या शांति के नाम के भी जाना जाता है. रक्षा पंचमी (Raksha Panchami) का पर्व मुख्य तौर पर उड़ीसा में मनाया जाता है. रक्षा पंचमी त्योहार (Raksha Panchami Festival) को लेकर मान्यता है कि अगर किसी कारण से रक्षा बंधन के दिन राखी ना बंधवा पाए तो इस दिन राखी बंधवा सकते हैं. आइए जानते हैं रक्षा पंचमी का महत्व, उपाय और पूजा विधि.
रक्षा पंचमी पूजा विधि | Raksha Panchami 2022 Puja Vidhi
धार्मिक मान्यता के अनुसार, रक्षा पंचमी पर दूर्वा और सरसों से भगवान श्रीगणेश के हरिद्रा रूप का पूजन किया जाता है. साथ ही भगवान शिव के पंचवें रुद्रावतार भैरवनाथ की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इस दिन ऐसा करने से घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है. रक्षा पंचमी के दिन गोगा पंचमी का भी पर्व मनाया जाता है. इस दिन गोगा देव और नाग देवता की पूजा का विधान है. ऐसे में इस दिन इन्हें दूध, पानी, रोली और अक्षत अर्पित करके संतान की लंबी आयु की कामना की जाती है.
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रक्षा पंचमी के दिन क्या करें | Raksha Panchami 2022 Upay
रक्षा पंचमी (Raksha Panchami) के दिन नाग, बैताल ब्रह्मराक्षस और दश दिगपाल आदि का खीर से पूजन करें. साथ ही रात के समय उनके निमित्त घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में खीर का भोग अर्पित करें. बाएं हाथ में ली हुई काले नमक की डली या उड़द पीले कपड़े में बांधकर घर की दक्षिण पश्चिम दिशा में छुपाकर रख दें. धार्मिकम मान्यता है कि ऐसा करने से परिवार पर बुरी नजर नहीं लगती है.
रक्षा पंचमी का महत्व | Raksha Panchami Importance
रक्षा पंचमी (Raksha Panchami 2022) का त्योहार मुख्यरूप से उड़ीसा में मनाया जाता है. हालांकि अब इसे देश के कई अन्य हिस्सों में भी मनाया जाने लगा है. इस दिन भगवान शिव के पंचवें रुद्रावतार भैरवनाथ की पूजा होती है. मान्यता है कि यदि रक्षाबंधन के दिन भाई को राखी नहीं सके तो रक्षा पंचमी के दिन राखी बांधी जा सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)