Puja Tips: हिंदू धर्म में पूजाघर का विशेष महत्व होता है. मान्यतानुसार पूजाघर (Puja Ghar) के अंदर क्या रखा जा रहा है या क्या नहीं इसका भी ध्यान रखना जरूरी होता है. ज्यादातर लोग घर के एक कोने पर मंदिर रखते हैं और उसमें भगवान की प्रतिमा सजाई जाती है. ऐसे में घर के मंदिर में ही ऐसी कई चीजें रख दी जाती हैं जो वहां नहीं रखनी चाहिए. कहते हैं अगर घर के मंदिर में जरूरत से ज्यादा चीजें रखी जाएं या पूजाघर में ऐसी चीजें रखी जाएं जो वहां नहीं रखनी चाहिए तो भगवान नाराज हो सकते हैं, रुष्ट या क्रोधित भी हो सकते हैं. साथ ही, कुछ चीजें नकारात्मकता फैलानी वाली मानी जाती हैं. ऐसे में कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी होता है.
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पूजाघर में नहीं रखनी चाहिए कुछ चीजें
खंडित मूर्तियांघर के मंदिर में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां (Broken Idols) रखने से परहेज करना चाहिए. माना जाता है कि देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां घर के मंदिर में रखना अशुभ होता है. इससे नकारात्मकता आती है और देवी-देवता क्रोधित भी हो जाते हैं.
मंदिर में कई तरह की धार्मिक किताबें रखी जाती हैं. लेकिन, मंदिर में कटी-फटी धार्मिक किताबें रखने से परहेज करना चाहिए. कटी-फटी धार्मिक किताबों को मंदिर में रखना सही नहीं माना जाता है.
पूजा-पाठ में शंख का विशेष महत्व होता है. लेकिन, पूजाघर में एक से ज्यादा शंख रखने शुभ नहीं माने जाते हैं. इसीलिए एक से ज्यादा शंख पूजाघर में या घर के मंदिर ((House Temple) में नहीं रखने चाहिए.
फूलों को पूजा के समय इस्तेमाल किया जाता है और भगवान पर चढ़ाते भी हैं. परंतु, जब फूल सूख जाएं तो उन्हें मंदिर से हटा देना चाहिए. सूखे हुए, बासी फूल मंदिर में नहीं रखे जाते हैं.
माना जाता है कि शनि देव की प्रतिमा, मूर्ति या तस्वीर, घर के मंदिर में नहीं रखनी चाहिए. शनिदेव की पूजा घर के बाहर के मंदिर में करनी ही शुभ मानी जाती है.
घर के मंदिर में भगवान की सौम्य और शांत प्रतिमा रखना शुभ होता है. इससे घर में खुशहाली और शांति बनी रहती है. इससे उलट घर में रौद्र रूप की प्रतिमा रखी जाए तो उसे अच्छा नहीं मानते और कहते हैं कि इससे घर-परिवार पर नकारात्मक असर पड़ता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)