Mahashivratri 2024: ब्रह्मांड के प्रथम तत्व कहे जाने वाले भगवान शिव (lord shiva)कण कण में व्याप्त हैं. शिव अमर हैं और अविनाशी भी हैं. देवों के देव कहलाने वाले भगवान शिव ही सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति एवं संहार के अधिपति माने गए हैं. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2024)का पर्व मनाया जाता है और शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन शिव और मां पार्वती का गठबंधन हुआ था. इस दिन लोग सच्चे मन से भोलेनाथ और मां पार्वती की पूजा करते हैं. भगवान शिव भोले भंडारी हैं, वो भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं. इस बार महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करते समय आप भोलेनाथ के प्रिय फूलों (Flower) को अर्पित करेंगे तो भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होकर आपको आशीर्वाद जरूर देंगे. चलिए जानते हैं कि भगवान शंकर को कौन कौन से फूल पसंद हैं.
भगवान शिव को पसंद हैं ये फूल, पूजा में करें इस्तेमाल these flowers are favorite of mahadev
- भगवान शिव को पांच तरह के फूल पसंद हैं और इनको पंच पुष्प कहा गया है. ऐसे में इस महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा करते समय लोटे में जल लेकर और दूसरे हाथ में उनके पसंदीदा फूल लेकर पूजा करेंगे तो भोलेनाथ आपके घर परिवार पर कृपा बरसाएंगे. भगवान शिव को कनेर का फूल पसंद है. कनेर का फूल तीन रंगों में आता है. लाल, पीला और सफेद. भक्त सोमवार के व्रत, सावन के व्रत और प्रदोष व्रत में इस फूल को भगवान शंकर की पूजा में इस्तेमाल करते हैं.
- धतूरे का फूल भगवान शिव को बेहद प्रिय है. कहा जाता है कि समुद्र मंथन के समय इस फूल की उत्पत्ति भगवान शिव की छाती से हुई थी जब वो विषपान कर रहे थे. इसलिए कहा जाता है कि शिवलिंग पर धतूरे के फूल को अर्पित करने से मन में विष रूपी ईर्ष्या और द्वेष समाप्त हो जाते हैं.
- भोलेनाथ को मदार का फूल बहुत प्यारा है. ये फूल नीले और सफेद रंग में खिलता है. इसे आंकड़े का फूल और आक का फूल भी कहते हैं. शिव की पूजा के समय सफेद मदार के फूल का प्रयोग किया जाता है. कहते हैं कि पूजा के समय इस फूल को चढ़ाया जाए तो भगवान शिव मोक्ष का वरदान देते हैं.
- शमी का फूल भी भोले भंडारी को बहुत पसंद है. ये फूल पीले और गुलाबी रंग में आता है. अक्सर लोगों को शिव की पूजा के लिए घर में ही शमी का पेड़ लगाते हुए देखा जाता है. इस फूल को अर्पित करने से महादेव जल्दी प्रसन्न होते हैं.
- भगवान शिव को सुगंधित पारिजात के फूल भी काफी प्रिय हैं. इसे हरसिंगार के फूल के नाम से भी जाना जाता है और ये दिखने में बहुत ही खूबसूरत हैं. कहते हैं कि धरती पर पहले ये पेड़ नहीं था और भगवान कृष्ण इसे स्वर्ग से धरती पर लाए थे.