महाराष्ट्र में गुरुवार सुबह तक 66,700 से अधिक गणेश प्रतिमाएं की गईं विसर्जित

BMC : इस वर्ष विसर्जन के लिए 69 प्राकृतिक जल निकायों को चिह्नित किया है, जिसमें तट से दूर का हिस्सा भी शामिल है, और 191 कृत्रिम तालाब बनाए हैं.

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अब तक विसर्जन के आंकड़ों में, 66,435 घरेलू गणपति मूर्तियां थीं, जबकि 350 "सार्वजनिक" या सामुदायिक मूर्तियां थीं.

Ganesh Utsav 2023 : मुंबई में गुरुवार सुबह तक विभिन्न जल निकायों में 66,700 से अधिक गणेश मूर्तियों का विसर्जन किया गया. विघ्नहर्ता को समर्पित 10 दिवसीय इस उत्सव में भगवान गणेश की मूर्तियों को आमतौर पर डेढ़ दिन, पांच दिन, सात दिन और दस दिन के बाद या पारिवारिक परंपराओं के अनुसार विसर्जित किया जाता है. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार सुबह 6 बजे तक कुल 66,785 "डेढ़ दिवसीय" गणपति मूर्तियों को समुद्र और कृत्रिम तालाबों सहित अन्य जल निकायों में विसर्जित किया गया.

मूर्तियों को बाहर निकाला गया और "गणपति बप्पा मोरया" के जयकारों, ढोल-नगाड़ों के बीच विसर्जित किया गया. बीएमसी अधिकारियों ने कहा कि अब तक विसर्जन के आंकड़ों में, 66,435 घरेलू गणपति मूर्तियां थीं, जबकि 350 "सार्वजनिक" या सामुदायिक मूर्तियां थीं.

उन्होंने कहा कि शहर में प्राकृतिक जल निकायों को प्रदूषण से बचाने के लिए स्थापित कृत्रिम तालाबों में 27,736 मूर्तियों का विसर्जन किया गया. इनमें से 27,564 घरेलू गणपति मूर्तियां थीं और बाकी 'सार्वजनिक' थीं.

बीएमसी ने दावा किया, ''विसर्जन के दौरान कहीं भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली.'' बीएमसी ने इस वर्ष विसर्जन के लिए 69 प्राकृतिक जल निकायों को चिह्नित किया है, जिसमें तट से दूर का हिस्सा भी शामिल है, और 191 कृत्रिम तालाब बनाए हैं. गणेशोत्सव मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में सबसे बड़े त्योहारों में से एक है.

इस वर्ष 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी से शुरू होने वाले और अनंत चतुर्दशी ( 28 सितंबर) को समाप्त होने वाले 10 दिवसीय उत्सव के दौरान भगवान गणेश की मूर्तियों को घर लाया जाता है और पंडालों में स्थापित किया जाता है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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