हिंदू धर्म में मोक्षदा एकादशी का विशेष महत्व है. मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi 2021) के नाम से जाना जाता है. इस बार मोक्षदा एकादशी 14 दिसंबर यानि आज के दिन पड़ रही है. माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने और भगवान श्री हरि विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा करने से उनकी कृपा बनी रहती है. मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु के मंत्रों का जाप (Bhagwan Vishnu Mnatra Jaap) करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. कहते हैं हर मंत्र का एक उद्देश्य है, जिसके जाप से उसकी सिद्धी होती है. माना जाता है कि तुलसी भगवान श्री हरि विष्णु को अति प्रिय है, इसलिए भगवान विष्णु के मंत्रों (Vishnu Mantra) का जाप हमेशा तुलसी की माला से करना शुभ माना जाता है. आइए जानते हैं भगवान विष्णु के ये मंत्र.
भगवान श्री हरि विष्णु मंत्र | Lord Shri Hari Vishnu Mantra
ओम भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ओम भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
विष्णु गायत्री मंत्र:
ऊं नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
श्री विष्णु भगवते वासुदेवाय मंत्र
ओम नमोः भगवते वासुदेवाय॥
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विष्णु कृष्ण अवतार मंत्र:
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
विष्णु रूपं पूजन मंत्र
शांताकारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम्।
विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम्।
लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म।
वन्दे विष्णुम भवभयहरं सर्व लोकेकनाथम्।
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मंगल श्री विष्णु मंत्र
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरीकाक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
ख्याल रखें कि भगवान श्री हरि विष्णु के मंत्रों का जाप करने से पहले उनकी पूजा अवश्य करें. पूजा के समय भगवान विष्णु के समक्ष घी का दीपक अवश्य जलाएं. मंत्र जाप करते समय श्री हरि का ध्यान करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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