Masik Shivratri 2023: शिवरात्रि की हिंदू धर्म में विशेष मान्यता होती है. इस दिन महिलाएं व पुरुष दोनों ही भोलेनाथ का व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं. माना जाता है जिन भक्तों से भोलेनाथ (Lord Shiva) प्रसन्न होते हैं उनके जीवन को सुखमय बना देते हैं और कष्टों का निवारण करते हैं. पंचांग के अनुसार हर माह कृष्ण पक्ष की चर्तुदशी तिथि पर मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. इस महीने 17 मई, बुधवार के दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा. जानिए इस दिन पूरे श्रद्धाभाव से कैसे करें पूजा जिससे शिव शंकर और मां पार्वती (Ma Parvati) प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर दें.
मासिक शिवरात्रि पूजा | Masik Shivratri Puja
- मासिक शिवरात्रि के दिन पूजा सुबह के समय ही की जाती है. सुबह सवेरे उठकर स्नान किया जाता है और स्वच्छ वस्त्र धारण करते हैं.
- अब भक्त व्रत का संकल्प लेते हैं. मंदिर की सफाई की जाती है. घर के मंदिर में दीपक प्रज्जवलित करने के अलावा शिव मंदिर जाया जाता है.
- मंदिर जाकर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है.
- शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है. भक्त शिवरात्रि (Shivratri) पर जल और दूध दोनों से ही अभिषेक करते हैं.
- पूजा सामग्री में अक्षत, फूल, फल, पंचामृत, बेलपत्र, धतूरा और धूप आदि सम्मिलित की जाती है.
- शिवरात्रि में दिनभर भक्त सात्विक भोजन व फल आदि का सेवन करते हैं.
- शिव मंत्रों का जाप किया जाता है. इसके अलावा, शिव आरती गाई जाती है और शिवरात्रि की कथा भी बहुत से भक्त सुनते हैं.
मान्यतानुसार शिवरात्रि का व्रत रखने पर जीवन में खुशहाली आती है. दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए खासतौर से भक्त इस दिन व्रत रखकर पूजा करते हैं. बहुत सी लड़कियां शिवरात्रि का व्रत अच्छे वर की कामना के लिए करती हैं. मान्यता है कि इस व्रत को रखने पर भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों के जीवन में सकारात्मकता का संचार करते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)