Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति पर इस विधि से करें सूर्य देव की पूजा, तरक्की के साथ-साथ बढ़ेगा मान-सम्मान

Makar Sankranti 2023: आमतौर पर मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाता है. लेकिन इस साल मकर संक्रांति की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति है कि आखिर 14 या 15 में से कब मकर संक्रांति मनाई जाएगी.

Advertisement
Read Time: 19 mins
M

Makar Sankranti 2023: वैसे तो मकर संक्रांति का पर्व हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है. हालांकि इस बार मकर संक्रांति की सही तिथि को लेकर पंडितों में असमंजस की स्थिति है. दरअसल इस साल लेकिन इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी की मनाई जाएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य देव 14 जनवरी की शाम में राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. यही वजह है कि इस बार मकर संक्रांति 14 को ना होकर 15 जनवरी को मनाई जाएगी. सनातन धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है. इस पर्व को उत्तरायण का पर्व भी कहा जाता है. इस दिन स्नान-दान के साथ भगवान सूर्य की पूजा करने का विधान है. माना जाता है कि इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से व्यक्ति को हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है. आइए जानते हैं कि इस साल मकर संक्रांति कब मनाई जाएगी और इस दिन किस प्रकार सूर्य देव की पूजा करने पर तरक्की होगी.



मकर संक्रांति 2023 का शुभ मुहूर्त
 

मकर संक्रांति की शुरुआत 14 जनवरी 2023 को रात 08 बजकर 43 मिनट पर होगी. मकर संक्रांति का पुण्य काल मुहूर्त 15 जनवरी को सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर शुरू होगा, जो शाम 05 बजकर 40 मिनट पर समाप्त होगा.

Paush Maas Upay: पौष मास के बचे हुए दिनों में कर सकते हैं ये कार्य, सूर्य की कृपा से चमकेगी किस्मत!



मकर संक्रांति पर ऐसे करें सूर्यदेव की पूजा
 

Advertisement

मकर संक्रांति के दिन सूर्य शनिदेव की राशि मकर में प्रवेश करते हैं. इसलिए इस दिन सूर्यदेव के साथ शनिदेव की पूजा करनी चाहिए. मकर संक्रांति के दिन सुबह उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान आदि करके साथ सुथरे वस्त्र धारण कर लें. इसके बाद एक तांबे के लोटे में जल भर लें और उसमें थोड़ा सा सिंदूर, अक्षत और लाल फूल डालकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दें. इसके साथ ही मकर संक्रांति के अवसर पर भगवान सूर्य को गुड़, तिल, खिचड़ी आदि का भोग लगाएं. इसके साथ विधिवत आरती कर लें.



मकर संक्रांति पर करें इन मंत्रों का जाप


ॐ घृ‍णिं सूर्य्य: आदित्य:
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणाय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:
ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः

Advertisement

Varshik Rashifal 2023: मेष से लेकर मीन राशि वालों के लिए कैसा रहेगा पूरा साल 2023, जानें सभी राशियों का हाल

Advertisement

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Jammu Kashmir Elections: Trade और Grenade का क्या मेल? | NDTV Ground Report