महाकुंभ जगमग करने के लिए लगाए जाएंगे 40,000 चार्जिंग बल्ब और 2,000 'सोलर हाईब्रिड' लाइट्स

इस बार 40 से 45 हजार के बीच चार्ज होने वाले बल्ब भी लगाए जाएंगे. एक चार्ज होने वाले बल्ब की कीमत लगभग 600 से 700 रुपये के बीच होती है, ऐसे में 45 हजार बल्ब लगाने पर करीब 2.7 करोड़ रुपए का खर्च होने की संभावना है.

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2,000 'सोलर हाईब्रिड' लाइट लगाने की व्यवस्था की जा रही है.

Prayagraj Mahakumbh Mela :  इस बार महाकुंभ मेले की भव्यता और दिव्यता बढ़ाने लिए पहली बार 40,000 से अधिक चार्ज होने वाले बल्ब लगाए जा रहे हैं. ये बल्ब खुद चार्ज होते हैं और बिजली गुल होने पर भी प्रकाश देते हैं. अधिशासी अभियंता (कुम्भ) अनूप कुमार सिन्हा ने बताया कि शिविरों में दी जाने वाली बिजली व्यवस्था में इस बार सामान्य एलईडी बल्ब के साथ ही चार्ज होने वाले बल्ब भी उपयोग में लाने का निर्णय किया गया है.

उन्होंने आगे बताया कि इस बार पूरे मेला क्षेत्र में 40 से 45 हजार के बीच चार्ज होने वाले बल्ब भी लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि आमतौर पर एक चार्ज होने वाले बल्ब की कीमत लगभग 600 से 700 रुपये के बीच होती है, ऐसे में 45 हजार बल्ब लगाने पर करीब 2.7 करोड़ रुपए का खर्च होने की संभावना है. सिन्हा ने कहा कि शिविर के बाहर 2,000 'सोलर हाईब्रिड' लाइट लगाने की व्यवस्था की जा रही है. इससे बिजली जाने पर सोलर हाईब्रिड लाइटें मेले को जगमग करती रहेंगी.

वहीं, स्नानार्थियों और साधु संतों के साथ नहान के दौरान कोई भी अनहोनी न हो, इसके लिए पहली बार बड़ी संख्या में ‘हाईटेक' गोताखोरों की ड्यूटी लगाई जा रही है. महाकुम्भ मेले के दौरान 180 गोताखोर देश के विभिन्न हिस्सों से यहां आ रहे हैं, जबकि 40 गोताखोर पहले से ही यहां तैनात हैं. इस तरह कुल 220 गोताखोर हर वक्त पानी में सुरक्षा के लिए अलर्ट मोड में. इसमें स्थानीय केवट से भी सहयोग लिया जाएगा, जो बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के 40 फुट की गहराई तक जाने में सक्षम हैं.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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