Kumbh snan niyam : आज से दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले 'महाकुंभ' का शुभारंभ हो गया है. आज से लेकर 26 फरवरी तक लाखों की संख्या में हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले श्रद्धालु संगम नदी में आस्था की डुबकी लगाएंगे. मान्यता है कि कुंभ में स्नान करने से पिछले सारे पाप धुल जाते हैं और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. यही कारण सनातन धर्म में आस्था रखने वाले अपने जीवन में एक बार कुंभ स्नान में जरूर शामिल होते हैं. आपको बता दें कि कुंभ के दौरान कुछ खास तिथियां पड़ती हैं, जिसे शाही स्नान कहते हैं. इस दिन स्नान करने का विशेष नियम होता है.
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इस दिन संगम नदी में सबसे पहले नागा साधु डुबकी लगाते हैं, इसके बाद आम लोग स्नान करते हैं. ऐसी मान्यता है कि प्राचीन काल में नागा साधु धर्म, संस्कृति की रक्षा के लिए सेना के रूप में काम करते थे. यही कारण है कि कुंभ में स्नान करने का पहला अधिकार नागा साधुओं को दिया गया है.
आपको बता दें कि शाही स्नान के दिन इस नियम का पालन करने पर ही गृहस्थ लोगों को पवित्र स्नान का पूर्ण फल प्राप्त होता है. दूसरी बात, कुंभ में स्नान करते समय कम से कम 5 बार डुबकी लगाएं. इन दो बातों को ध्यान में रखकर महाकुंभ में स्नान करने का लाभ मिलता है.
वहीं, इस बार शाही स्नान (Tithiyan of kumbh shahi snan 2025) की 6 तिथियां हैं, जिसमें आप स्नान करके पुण्य फल प्राप्त कर सकते हैं- 3 जनवरी 2024- पौष पूर्णिमा, 14 जनवरी 2025 - मकर संक्रांति, 29 जनवरी 2025 - मौनी अमावस्या, 3 फरवरी 2025 - वसंत पंचमी, 12 फरवरी - माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी - महाशिवरात्रि पर्व.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)